पुरी: ओडिशा के सबसे प्रभावी और ताकतवर नौकरशाह वीके पांडियन और पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा पर स्याही फेंकी गई है। जी हां, स्याही हमले के शिकार हुए आईएएस अधिकारी वीके पांडियन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव हैं। साल 2000 बैच के आईएएस अधिकारी पंडियन और पुरी के डीएम समर्थ वर्मा के साथ यह घटना उस वक्त हुई, जब वो पुरी के सत्यबाड़ी में एक कॉलेज में आयोजित एक बैठक में हिस्सा ले रहे थे।
पुलिस के अनुसार स्याही फेंकने वाले शख्स को फौरन हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना उस वक्त अचानक हुई, जब सूबे के सबसे प्रभावी आईएएस अधिकारी वीके पांडियन पुरी के जिलाधिकारी के साथ पुरी के सत्यबाड़ी इलाके में उत्कलमणि गोपबंधु स्मृति महाविद्यालय में एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे।
पुरी पुलिस के अनुसार इस वारदात को जिस शख्स ने अंजाम दिया, उसका नाम भास्कर साहू है और वो पुरी के कनास का रहने वाला है। पुलिस ने फिलहाल यह नहीं बताया है कि आखिरकार भास्कर ने किन कारणों से दोनों अधिकारियों पर स्याही हमले के अंजाम दिया है।
पुलिस घटना की तह में जाने के लिए आरोपी भास्कर साहू से लगातार पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि घटना के तुरंत बाद पांडियन वापस सर्किट हाउस नहीं गये बल्कि स्याही लगे चेहरे के साथ लोगों से मिलते रहे और उनकी शिकायतें सुनते रहे।
इस घटना से पहले सचिव पांडियन ने दिन में पुरी जिले के कई क्षेत्रों का दौरा किया। वो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर पूरे ओडिशा का दौरा कर रहे हैं और लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं। इससे पहले भी उन्हें विभिन्न विपक्षी दलों द्वारा विभिन्न स्थानों पर काले झंडे दिखाये गये थे और विरोध सवरूप अंडे के हमलों का सामना करना पड़ा था।
बताया जा रहा है कि 77 साल के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अस्वस्थ्ता के कारण सूबे के सरकारी कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पा रहे हैं और वह अपनी जगह अपने निजी सचिव पांडियन को सभी जगहों पर भेज रहे है। इसे लेकर ओडिशा की जनता में भयंकर असंतोष और गुस्सा है।