शर्मनाक: भारी ठंड में बुजुर्गों को निगम की गाड़ी में जानवरों की तरह भरा, फिर फेंका शहर के बाहर, वीडियो वायरल
By मुकेश मिश्रा | Updated: January 29, 2021 20:33 IST2021-01-29T20:31:03+5:302021-01-29T20:33:15+5:30
बुजुर्गों को अमानवीय तरीके से छोड़े जाने की हरकत शिप्रा के रहवासियों को पता चली तो सभी ने इसका विरोध किया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर फैंस तीखी कमेंट्स कर रहे हैं।

(फोटो सोर्स- स्क्रीनशॉट)
इंदौरः29 जनवरी, इंदौर नगर निगम का एक वीडियो सोश्ल मीडिया में वायरल हुआ है। जिसमें कर्मचारी निगम गाड़ी में कुछ बुजुर्ग भिखारियों को भर कर क्षिप्रा में छोड़ने जा रहे है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए है। बताया जा रहा है कि शहर के कुछ क्षेत्रों से बुजुर्ग भिखारियों को उठा कर गाय भैस की तरह निगम के एक ट्रक में भरा जा रहा था।
एक ग्रामीण इस घटना का वीडियो बनाते हुए कहा रहा है, इंदौर नगर निगम ने शिप्रा के किनारे कुछ बुजुर्गों को छोड़ दिया है, जो चल फिर नहीं सकते। यह सब इंदौर नगर निगम कर रही है। युवक कह रहा है कि तीन लोग आए हैं, जो बुजुर्गों को शिप्रा किनारे छोड़ रहे हैं। वही जब निगम के कर्मचारी इन भिखारियों को क्षिप्रा की सड़क पर उतरा रहे थे तभी वहाँ लोगों ने उन्हें घेर लिया और उन भिखारियों को वापस निगम की गाड़ियों में बैठा दिया।
दूसरी ओर इस वीडियो के वायरल होते ही शहर के प्रशासनिक हल्के में हड़कंप मच गया। निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने मामले पर संज्ञान लेते हुए वायरल वीडियो की सच्चाई पता की। जिसके बाद रैन बसेरा के मस्टरकर्मी ब्रजेश लश्करी और विश्वास वाजपेयी को बर्खास्त कर दिया। वही इस मामले की जांच के आदेश दिए है।
इंदौर नगर निगम की शर्मनाक हरकत,
— MP Congress (@INCMP) January 29, 2021
—बुजुर्गों को निगम की गाड़ी में जानवरों की तरह भरा।
“शर्म करो शवराज” pic.twitter.com/cmQgYtR0ZG
इस मामले पर शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने प्रशासन को असंवेदनशील बताते हुए कहा कि पहले ठंड में गरीबों के लिए रैन बसेरा और अलाव की व्यवस्था करते थे, अब गरीबों को जंगल में छोड़ा जा रहा है। उन्होंने मामले की शिकायत मानव अधिकारी आयोग से करने की बात भी कही।
इंदौर में बुजुर्गों के साथ हुई घटना पर सख्त कार्रवाई करते हुए एक अधिकारी और एक कर्मचारी की सेवा समाप्त कर दी गई है। सभी सम्मानीय बुजुर्गों को रेन बसेरा भेज दिया गया है। @ChouhanShivraj@OfficeofSSC
— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) January 29, 2021