क्या हिममानव आज भी जिंदा हैं? भारतीय सेना ने ट्वीट की हैरान करने वाली ये तस्वीरें
By विनीत कुमार | Published: April 30, 2019 08:13 AM2019-04-30T08:13:05+5:302019-04-30T08:13:05+5:30
भारतीय सेना के अनुसार ये निशान मकालू बेस कैंप के नजदीक 9 अप्रैल को मिले। रिपोर्ट्स के अनुसार पहले भी इसी मकालू-बारून नेशनल पार्क के नजदीक हिममानव नजर आने की कहानी सामने आती रही है।
भारतीय सेना ने दावा किया है कि उन्हें हिमालय में येती (हिममानव) की मौजूदगी के सबूत मिले हैं। भारतीय सेना ने अपने ट्विटर हैंडल कुछ तस्वीरें ट्वीट की जिसमें अजीबोगरीब और बेहद बड़े पैर के निशान नजर आ रहे हैं। भारतीय सेना के अनुसार ये निशान मकालू बेस कैंप के नजदीक 9 अप्रैल को मिले। रिपोर्ट्स के अनुसार पहले भी इसी मकालू-बारून नेशनल पार्क के नजदीक हिममानव नजर आने की रिपोर्ट मिलती रही है।
भारतीय सेना की ओर जारी की गई तस्वीरों की सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा है। कई लोग इस सेना का मजाक बता रहे हैं तो कई ये भी कह रहे हैं कि सेना का ट्विटर हैंडल किसी ने हैक कर लिया है। वहीं, कई लोग इसे सच भी बता रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार एक यूजर ने पूछा, 'केवल एक पांव के निशान क्यों? क्या अकाउंट हैक किया गया है?'
For the first time, an #IndianArmy Moutaineering Expedition Team has sited Mysterious Footprints of mythical beast 'Yeti' measuring 32x15 inches close to Makalu Base Camp on 09 April 2019. This elusive snowman has only been sighted at Makalu-Barun National Park in the past. pic.twitter.com/AMD4MYIgV7
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) April 29, 2019
क्या होता है 'येती'
पिछले करीब 100 सालों से 'येती' के बारे में कई रहस्यमयी कहानियां सामने आती रही हैं। इसे हिममानव भी कहा जाता रहा है। माना जाता है कि ये बंदर की शक्ल वाले होते हैं और आम मानव के मुकाबले कई गुना विशालकाय और लंबे भी होते हैं। हिमालय और इसके पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की ओर से इसे देखे जाने की कई कहानियां आती रही हैं। कई बौद्ध भिक्षुओं ने भी पूर्व में दावा किया है कि उन्होंने हिममानय या 'येती' देखे हैं।
कहा ये भी जाता है कि येती मानव की तरह दो पैरों पर चलते हैं। कई रिसर्चर्स ने भी इनके पैरों के निशान मिलने के दावे किये हैं। वहीं, कुछ वीडियो भी मौजूद हैं। हालांकि, वीडियो की सत्यता को लेकर अब भी सवाल बने हुए हैं। स्थानीय लोगों के बीच येती के कई रोमांचक किस्से मैजूद हैं हालांकि, इन तमाम बातों के बावजूद फिलहाल इनकी मौजूदगी का कोई वैज्ञानिक और ठोस आधार नहीं मिल सकता है।