"I.N.D.I.A. ख़त्म करना चाहता है 'सनातन धर्म' को", प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीएमके नेता उदयनिधि के बयान पर किया सीधा हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 14, 2023 01:39 PM2023-09-14T13:39:52+5:302023-09-14T13:43:12+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सनातन विवाद पर न केवल डीएमके मंत्री उदयनिधि बल्कि पूरे विपक्षी गठबंधन को लताड़ लगाते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सीधे तौर पर देश से सनातन धर्म को खत्म करने का है और वो इसी प्रयास के तहत सनातन के बारे में ऐसी आपत्तिजनक बात कह रहे हैं।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: सनातन विवाद में फंसे तमिलनाडु के सत्ताधारी डीएमके और विपक्ष गठबंधन 'इंडिया' को उस समय बेहद तीखा झटका लगा, जब वह इस मुद्दे पर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के हमले के बीच सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर आ गई। पीएम मोदी ने न केवल डीएमके मंत्री उदयनिधि बल्कि पूरे विपक्षी गठबंधन को इस विवाद के लिए लताड़ लगाते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सीधे तौर पर देश से सनातन धर्म को खत्म करने का है और वो इसी प्रयास के तहत सनातन के बारे में ऐसी आपत्तिजनक बात कह रहे हैं।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार विपक्ष के राजनीति दलों की जमकर आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह न केवल सनातन धर्म को खत्म करना चाहता है बल्कि इस देश को 1,000 साल के लिए फिर से गुलामी के अंधेरे में धकेलना चाहते हैं।
यह बेहद दिलचस्प है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में आयोजित एक रैली में सनातन धर्म पर डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर की टिप्पणी से उपजे विवाद को लेकर पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी है।
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के चुनावी गठबंधन इंडिया को लेकर कहा, "उन्होंने हाल ही में मुंबई में एक बैठक की और मुझे लगता है कि उन्होंने वहां तय किया कि 'घमंडिया' गठबंधन को कैसे चलाया जाए। इसके लिए उन्होंने राजनीति और रणनीति बखूबी तय की है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने इसी बात में सनातन विवाद को जोड़ते हुए आगे कहा, "उन्होंने एक छिपे हुए एजेंडे पर फैसला किया था और उनकी रणनीति थी भारत की संस्कृति पर हमला करने की। उन्होंने भारतीयों की आस्था पर हमला करने और उसके विचारों, मूल्यों और परंपराओं को खत्म करने का फैसला किया, जिन्होंने इस देश को हजारों वर्षों से एकजुट किया हुआ है, वो फिर से चाहते हैं कि देश गुलाम बन जाए।"
मालूम हो कि डीएमके नेता और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि सनातन धर्म को मच्छर, डेंगू, मलेरिया और कोरोना की तरह जड़ से समाप्त करना ही एकमात्र उपाय है।
उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ दिये इस बयान को लेकर केंद्र में सत्ता की अगुवाई कर रही भाजपा खासा हमलावर है और उसका आरोप है कि उदयनीधि कथिततौर पर सनातन मानने वाले लोगों के नरसंहार की बात कर रहे हैं।