लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार, 15 फरवरी को एक कार्यक्रम में कहा कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है और आगे भी रहेगा। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अखंड भारत, पाकिस्तान और मौलाना मदनी के ओम और अल्लाह वाले बयान जैसे कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए सीएम योगी ने हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर कहा, "हिंदू कोई मजहब, संप्रदाय नहीं है। यह एक सांस्कृतिक शब्दावली है जो हर नागरिक पर फिट बैठती है। भारत का कोई व्यक्ति हज के लिए जाता है तो उसका संबोधन हिंदू से होता है, वो हिंदू नाम से जाना जाता है। वहां भारत से जाने वाले शख्स को न मुस्लिम, न हाजी कहा जाता है, वो वहां हिंदू बुलाया जाता है। उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। उस परिपेक्ष्य में अगर आप देखें तो भारत हिंदू राष्ट्र ही है। यह कोई जातिसूचक, मजहब सूचक शब्द नहीं है। भारत हिंदू राष्ट्र था, है और आगे भी रहेगा।"
अखंड भारत के मुद्दे पर सीएम योगी ने कहा, "पाकिस्तान धरती पर बोझ है, खुद को भारत में मिला ले। अखंड भारत तो होकर ही रहेगा।" इसके अलावा उन्होंने मौलना मदनी के ओम और अल्लाह वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिस पर खूब विवाद हुआ था। योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मदनी साहब बुजुर्ग हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं। लेकिन गलती उनकी नहीं है। वह तो वही बोलेंगे, जो उन्हें पढ़ाया गया है। उन्होंने यही सब पढ़ा ही है। जिसने दुनिया देखी ही नहीं है, वह तो यही कहेगा। जिन लोगों को हम उंगली पर गिन सकते हैं, कितने दिन का है उनका इतिहास, वह हमें प्राचीनता के बारे में बताएंगे। पौराणिकता के बारे में बताएंगे। तो फिर यह सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, "मदनी साहब ने बोल दिया तो बोल दिया। अब मुझे लगता है कि उनकी बात को बहुत गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।"
बता दें कि जमीअत-उलमा-ए-हिंद के 34वें आम अधिवेशन में मौलाना अरशद मदनी ने मंच से कहा था, "मैंने बड़े-बड़े धर्मगुरुओं से पूछा कि जब कोई नहीं था, न श्री राम थे, न ब्रह्मा थे, न शिव थे, जब कोई नहीं था, तब सवाल पैदा होता है कि मनु पूजते किसे थे? कोई कहता है कि शिव को पूजते थे। लेकिन उनके पास इल्म नहीं है। बहुत कम लोग ये बताते हैं कि जब कुछ नहीं था दुनिया में तो मनु ओम को पूजते थे। तब मैंने पूछा कि ओम कौन है? बहुत से लोगों ने कहा कि ये हवा है जिसका कोई रूप नहीं है। कोई रंग नहीं है। वो दुनिया में हर जगह है उन्होंने आसमान बनाया, उन्होंने ज़मीन बनाई। मैंने कहा कि अरे बाबा, इन्हीं को तो हम 'अल्लाह' कहते हैं। इन्हीं को तो तुम 'ईश्वर' कहते हो। फारसी बोलने वाले 'खुदा' कहते हैं। अंग्रेजी बोलने वाले 'गॉड' कहते हैं। इसका मतलब ये है कि मनु यानी आदम, ओम यानी अल्लाह को पूजते थे।"