भारत में मई की शुरुआत में लड़खड़ाने लगा कोरोना टीकाकरण, ऐसा ही चलता रहा तो सभी को टीका देने में लग जाएगा इतना समय

By हरीश गुप्ता | Published: May 11, 2021 08:25 AM2021-05-11T08:25:03+5:302021-05-11T08:28:00+5:30

Coronavirus Vaccine: भारत में बड़ी आबादी है। ऐसे में कोरोना टीकाकरण की गति को और बढ़ाने की जरूरत है। हालांकि, मौजूदा आंकड़े बता रहे हैं कि ये गति पहले से और धीमी हो गई है।

India Corona vaccination gets slow in May as number shows 42 percent down | भारत में मई की शुरुआत में लड़खड़ाने लगा कोरोना टीकाकरण, ऐसा ही चलता रहा तो सभी को टीका देने में लग जाएगा इतना समय

भारत में धीमी हुई कोरोना टीकाकरण की रफ्तार (फाइल फोटो)

Highlightsभारत में मौजूदा पात्रता के हिसाब से कुल करीब 180 करोड़ डोज की जरूरत है9 मई के आंकड़े तक देश में 17 करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका हैऐसे में मौजूदा गति कायम रही तो 18 की उम्र से अधिक के 90 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन 30 महीने में पूरा होगा

11 अप्रैल को 40 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर दिन 50 लाख वैक्सीन के आह्वान के बावजूद टीकाकरण अभियान एक मई से एकाएक ढेर होता दिख रहा है। एक से 9 मई के दौरान प्रतिदिन औसतन 12.45 लाख डोज की गिरावट देखी गई।

अप्रैल में प्रतिदिन 29.33 लाख वैक्सीन का आसत था। मई के पहले नौ दिन में ही वैक्सीनेशन में 42 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। 17 लाख डोज प्रतिदिन के वर्तमान औसत को देखा जाए तो देश के 18 साल से अधिक उम्र के 90 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन 30 माह में पूरा सकेगा।

एक ओर जबकि पूरे देश में लोग कहीं पहले तो कहीं दूसरे डोज के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं, पीएम टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वी.के. पॉल की राय में वैक्सीन नीति बिल्कुल निर्दोष है।

कोरोना वैक्सीनेशन में उम्मीद की किरण

इस बीच सरकार द्वारा वैक्सीन उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास और उसके लिए जरूरी सामान के आयात को तुरत-फुरत मंजूरी देना, उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं। 20 मई को रूस से स्पूतनिक वी टीके की पहली खेप आने के बाद भारत आयात और घरेलू उत्पादन के जरिए 2021-22 में बिक्री के लिए 10 करोड़ टीके उपलब्ध होंगे। 

वहीं जून तक जायडस कैडिला की जायकोव-डी वैक्सीन के 8 करोड़ डोज उपलब्ध होंगे। पुणे की जिनो बायोफार्मास्यूटिकल्स ने नई कोविड-19 वैक्सीन के लिए क्लीनिकल ट्रायल्स शुरू कर दिए हैं।

सीरम और भारत बायोटेक की वैक्सीन उत्पादन क्षमता 100 करोड़ जैब्स की है। इस तरह मार्च-2022 तक भारत के पास 128 करोड़ जैब्स उपलब्ध होंगे। बाकी जरूरतों की पूर्ति फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा पूरी की जा सकती है।

भारत में कोरोना टीकाकरण

पात्र आबादी- 90 करोड़
डोज की जरूरत- 180 करोड़
9 मई तक दिए गए डोज- 17 करोड़
कितने और डोज चाहिए- 163 करोड़
सलाना उत्पादन क्षमता- 128 करोड़
प्रतिदिन वैक्सीनेशन औसत- 17 लाख
वर्तमान गति से सबका वैक्सीनेशन- 958 दिन
प्रतिदिन 50 लाख का वैक्सीनेशन हुआ तो- 326 दिन 

Web Title: India Corona vaccination gets slow in May as number shows 42 percent down

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे