लाइव न्यूज़ :

उज्जैन में जल संकट गहराने की स्थिति को देखते हुए 23 अप्रैल से एक दिन छोड़कर दिया जाएगा जल

By बृजेश परमार | Updated: April 20, 2023 21:58 IST

शहर में 23 अप्रैल से एक दिन छोड़कर जल देने का निर्णय महापौर मुकेश टटवाल की परिषद ने गुरुवार को लिया है।

Open in App
ठळक मुद्देयह निर्णय महापौर मुकेश टटवाल की परिषद ने गुरुवार को लिया हैशहर में पेयजल सप्लाई के एक मात्र मुख्य स्त्रोत गंभीर डेम में मात्र 674 एमसीएफटी पानी शेष बचा महापौर टटवाल ने कहा है कि लोग घबराए नहीं यह संकट से बचने की तैयारी है

उज्जैन:उज्जैन नगर में जल संकट गहराने की स्थिति को देखते हुए नगर सरकार एवं उसके प्रशासन ने एहतियाती कदम उठा लिया है। शहर में 23 अप्रैल से एक दिन छोड़कर जल देने का निर्णय महापौर मुकेश टटवाल की परिषद ने गुरुवार को लिया है। नगर निगम के प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में जल संकट से निपटने पर विचार किया गया है। शहर में पेयजल सप्लाई के एक मात्र मुख्य स्त्रोत गंभीर डेम में मात्र 674 एमसीएफटी पानी शेष बचा है जिसे जून अंत तक चलाना है।

गुरुवार को महापौर परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि 23 अप्रैल से शहर में एक दिन छोड़कर पेयजल दिया जाएगा। एक दिन में ही पूरे शहर में भरपूर पानी दिया जाएगा। दूसरे दिन पेयजल सप्लाई पूरी तरह बंद रहेगी। बैठक में जल संकट को लेकर मंथन करते हुए शहर के टयूब वेल, हेंडपंप, कुएं, बावड़ी एवं हाई डेंट को सूचारू करने के लिए योजना बद्ध तैयारी करने के लिए कहा गया है।

बैठक में निगमायुक्त रोशन कुमार सिंह ने बताया कि जल संकट नहीं है यह एहतियाती कदम उठाया जा रहा है जिससे कि गर्मी में नागरिकों को पर्याप्त पानी मिले और पानी का अपव्यय न हो। महापौर टटवाल ने कहा है कि लोग घबराए नहीं यह संकट से बचने की तैयारी है। नागरिकों को पर्याप्त पानी एक ही दिन में दिया जाएगा। अन्य पेयजल स्त्रोत भी खुले रहेंगे वहां भी व्यवस्थाओं को दुरूस्त कर सूचारू किया जाएगा।

गंभीर में मात्र 674 एमसीएफटी पानी शेष-

नगर निगम पीएचई विभाग गंभीर डेम से पानी लेकर उससे शहर की 42 टंकियां भरता है। इन टंकियों से नागरिकों के घर तक पानी पहुंचता है। सहायक यंत्री एवं गंभीर डेम के प्रभारी एस के लाड के अनुसार डेम की कुल क्षमता 2250 एमसीएफटी की है। वर्तमान में डेम में कुल 674 एमसीएफटी पानी बचा है। 

नदी के कई हिस्सों में बडे पोखरनुमा क्षेत्र में भरे पानी को चैनल कटिंग कर इंटकवेल तक लाया जा रहा है। प्रति सप्लाई के लिए हमें 42 टंकियों को भरने के लिए 4.5 एमसीएफटी पानी की जरूरत होती है जबकि हमारी खपत 7.5 एमसीएफटी सामने आ रही है। करीब तीन एमसीएफटी पानी सीपेज,वाष्पीकरण एवं अन्य लासेस में जा रहा है।

टॅग्स :उज्जैनWater Resources DepartmentMadhya Pradesh
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार में कई जिलों में 10 फीट तक नीचे गया भूजल स्तर, भूजल में आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन की मात्रा तय सीमा से ज़्यादा

भारतफिर खुलेगी आईएएस संतोष वर्मा की फाइल, हाईकोर्ट ने पुलिस जांच को दी मंजूरी

भारतमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक, अफसरों को अधिकाधिक अस्पतालों और डॉक्टर्स को आयुष्मान योजना से जोड़ने के निर्देश

भारतमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री-परिषद की बैठक से पहले किया संबोधित, मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ थाने को देश के श्रेष्ठ थानों की रैंकिंग में 9वां स्थान प्राप्त होने पर दी बधाई

भारतमध्यप्रदेश: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने संबोधन में क्या-क्या बोले? ये रहे उनके भाषण के अहम बिंदु

भारत अधिक खबरें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक