बिहार विधानसभा चुनाव में तेजप्रताप यादव ने किया दावा, उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल 10 से 15 सीटें जीतेगी
By एस पी सिन्हा | Updated: November 10, 2025 17:21 IST2025-11-10T17:21:27+5:302025-11-10T17:21:27+5:30
जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लालू यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव ने दावा किया है कि उनकी पार्टी इस बार 10 से 15 सीटें जीतकर बिहार की राजनीति में नया अध्याय लिखेगी।

बिहार विधानसभा चुनाव में तेजप्रताप यादव ने किया दावा, उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल 10 से 15 सीटें जीतेगी
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी हलचल के बीच सभी पार्टी अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान के बाद अब सबकी निगाहें दूसरे चरण की वोटिंग प्रतिशत पर है। विपक्ष का दावा है कि बिहार में इस बार बदलाव की आंधी हैं। वहीं सत्ता पक्ष का दावा है कि इस बार फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। वहीं जनसुराज के नेता भी अपनी पार्टी की जीत का दावा करते हैं। इसी बीच जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लालू यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव ने दावा किया है कि उनकी पार्टी इस बार 10 से 15 सीटें जीतकर बिहार की राजनीति में नया अध्याय लिखेगी।
मीडिया से बातचीत में तेज प्रताप यादव ने कहा कि हम 10-15 सीटें जीतेंगे। जनता का रुझान हमारे पक्ष में है। हवा बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जनता केवल वादों पर नहीं बल्कि भरोसे और बदलाव पर वोट करेगी। उन्होंने कहा कि लोग अब पारंपरिक राजनीति से ऊब चुके हैं और नई सोच को अपनाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जनता मुद्दों से ज़्यादा भरोसे और बदलाव को प्राथमिकता दे रही है। इसलिए हमें पूरा विश्वास है कि हमारी पार्टी दो अंकों में सीटें जीतेगी। जब उनसे पूछा गया कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी और एसआईआर को लेकर जो आरोप लगाए हैं क्या उससे चुनावी माहौल प्रभावित होगा तो तेज प्रताप ने पलटवार करते हुए कहा कि इन बयानों का कोई असर नहीं होगा, जनता सब जानती है। ऐसी बातें अब हवा नहीं बदल सकतीं।
वहीं तेज प्रताप यादव से जब पूछा गया कि इस बार किसकी सरकार बनेगी तो तेज प्रताप यादव ने कहा कि देखते हैं क्या होता है। 14 नवंबर को पता चल जाएगा। नतीजे 14 तारीख को ही आएंगे। बता दें कि तेज प्रताप यादव विधानसभा चुनाव में महुआ सीट से चुनावी मैदान में हैं। उनके पार्टी के उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं। वहीं, तेज प्रताप यादव का यह बयान ऐसे समय आया है जब बिहार का चुनावी माहौल अपने चरम पर है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उनके सीट-दावे और सुरक्षा को लेकर दिए गए बयानों ने उन्हें एक बार फिर चुनाव की सुर्खियों के केंद्र में ला दिया है।