POK में इमरान की रैली को राजनीतिक कार्यकर्ता ने बताया फ्लॉप शो, कहा- एबटाबाद और रावलपिंडी से ट्रकों में भरकर लाए गए लोग
By रामदीप मिश्रा | Published: September 13, 2019 06:59 PM2019-09-13T18:59:27+5:302019-09-13T18:59:27+5:30
पीओके के राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्ज़ा ने कहा है कि मुजफ्फराबाद (पीओके) में इमरान खान की रैली एक फ्लॉप शो रही है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बौखलाए हुए हैं और उन्होंने शु्क्रवार (13 सितंबर) को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान एक राजनीतिक कार्यकर्ता ने उनकी रैली को फ्लॉप शो बताया।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीओके के राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्ज़ा ने कहा है कि मुजफ्फराबाद (पीओके) में इमरान खान की रैली एक फ्लॉप शो रही है, रैली के लिए लोग एबटाबाद और रावलपिंडी से ट्रकों में भरकर लाए गए थे। पीओके में लोगों ने रैली का पूरी तरह से बहिष्कार किया। दुनिया को इस पर लोगों को बधाई देना चाहिए।
Amjad Ayub Mirza, Political Activist from PoK: Imran Khan's rally in Muzaffarabad (PoK) has been a flop show, people were loaded in trucks from Abbottabad & Rawalpindi for the rally. People in PoK have boycotted the rally completely. The world should congratulate people over it. pic.twitter.com/eOWgnBLcB7
— ANI (@ANI) September 13, 2019
रैली को संबोधित करते समय इमरान खान पीएम नरेंद्र मोदी को लगातार कोश रहे थे और उनकी बौखलाहट सफाई दिखाई दे जा सकती थी। वह कह रहे थे पीएम मोदी और भारतीय फौज ने कश्मीर में पिछले 40 दिनों से लोगों को घरों में बंद कर रखा है, जबकि जम्मू-कश्मीर हालात सामान्य हैं।
इधर, बीते दिन पाकिस्तान के विदेश कार्यालय प्रवक्ता मोहम्मद फैसल कह चुके हैं कि कि पाकिस्तान किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के लिए तैयार है और इस मामले की वैधता अंतरराष्ट्रीय कानून पर आधारित है। मध्यस्थता की पेशकश (कश्मीर पर) मौजूद है लेकिन भारत तैयार नहीं है। हम इसके लिए तैयार हैं। हमारा ठोस विचार यह है कि सभी समस्याओं को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है।
उनका कहना था कि भारत, कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मामला मानता है और इसमें तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है। नई दिल्ली ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया है कि सीमा पार से हमले और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते हैं।
भारत ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त कर दिया था। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।