अवैध टेलीफोन एक्सचेंज : एटीसी ने और सिम बॉक्स का पता लगाया
By भाषा | Published: June 14, 2021 05:36 PM2021-06-14T17:36:04+5:302021-06-14T17:36:04+5:30
बेंगलुरू, 14 जून अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के परिचालन की जांच कर रही बेंगलुरु पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) ने अब तक 109 सिम बॉक्स उपकरणों का पता लगाया है जिनमें 3,000 सिम कार्ड थे। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एटीएस इस मामले की सैन्य खुफिया विभाग के साथ मिलकर जांच कर रहा है।
बेंगलुरु पुलिस ने पहले कहा था कि उसका एटीएस सैन्य खुफिया विभाग के साथ मिल कर काम करते हुए छह अवैध टेलीफोन एक्सचेंजों का पता लगाया है जहां 960 सिम कार्ड के साथ 30 सिम बॉक्स का इस्तेमाल किया जा रहा था।
इसके अलावा, शहर में विभिन्न स्थानों पर सिम बॉक्स रखने को लेकर इब्राहिम पुल्लट्टी और गौतम विश्वनाथन को इस संबंध में पहले ही गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, मोहम्मद बशीर (51) और अनीस अत्थीमन्नील (30) दोनों केरल के मलप्पुरम के निवासी हैं। इसके अलावा संथान कुमार (29), सुरेश थंगावेलु (32) और जय गणेश (30) तमिलनाडु के तूतूकुडी के निवासी हैं। इन सभी लोगों को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कहा कि वे सभी इब्राहिम और टेलीफोन एक्सचेंज ऑपरेटर गौतम द्वारा संचालित गिरोह का हिस्सा हैं। पुलिस ने कहा, "इस गिरोह ने 3,000 सिम कार्ड की क्षमता वाले 109 सिम बॉक्स छह स्थानों पर रखे थे। इससे दूरसंचार विभाग को नुकसान होने के साथ ही देश की सुरक्षा के साथ भी समझौता हुआ।’’
पुलिस ने कहा कि संथान कुमार एक मोबाइल सेवा प्रदाता में सेल्स एग्जीक्यूटिव था और वह सुरेश तथा जय गणेश के जरिए सिम कार्ड भेजता था। संथान कुमार उन लोगों के नाम पर सिम कार्ड एकत्र करता था जो नए सिम कार्ड के लिए संपर्क करते थे।
पुलिस के अनुसार कुमार उन लोगों की जानकारी के बिना धोखे से उनकी अंगुलियों के निशान का इस्तेमाल कर एक और सिम कार्ड प्राप्त करता और बेंगलुरु में अपने सहयोगियों को देता था।
पुलिस ने कहा कि यह गिरोह वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) का उपयोग करके अंतरराष्ट्रीय फोन कॉल को स्थानीय फोन कॉल में बदलता था जिससे दूरसंचार विभाग को वित्तीय नुकसान होता था और वह देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा था।
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