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IIT विशेषज्ञों का दावा, 15 फरवरी तक आ सकता है कोरोना का पीक

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 24, 2022 18:05 IST

IIT मद्रास के विशेषज्ञों का दावा है कि 15 फरवरी के आसपास कोरोना का पीक भारत को अपनी गिरफ्त में ले सकता है

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ठळक मुद्देबीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण मामलों में गिरावट दर्ज की गयी हैकोरोना के पीक को लेकर कई तरह की कयासबाजियां चल रही हैंIIT मद्रास के विशेषज्ञों का दावा, फरवरी के शुरूआती 15 दिनों में कोरोना का पीक आ सकता है

कोरोना महामारी से जूझ रहे देश के लिए राहत की खबर है। पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण मामलों में गिरावट दर्ज की गयी है।

इस मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया है कि पिछले 24 घंटों में 3,06,064 नए केस दर्ज हुए हैं। वहीं इस दौरान 439 लोगों की मौत हुई है।

देश में संक्रमण का पॉजिटिविटी रेट 20.75 फीसदी है। इस बीच कोरोना के पीक को लेकर कई तरह की कयासबाजियां चल रही हैं। कई विशेषज्ञ मौजूदा समय को कोरोना का पीक मान रहे हैं वहीं कई विशेषज्ञ अभी पीक आने की बात को नकार रहे हैं। 

IIT विशषज्ञों का नया दावा 

इसी बीच आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर नीलेश एस उपाध्याय और प्रोफेसर एस सुंदर की टीम ने भी कोरोना को लेकर अपनी रिसर्च सामने रखी है। जिसमें बताया गया कि भारत में आगामी फरवरी महीने के शुरूआती 15 दिनों में कोरोना का पीक आ सकता है।

विशेषज्ञों के अनुसार ज्यादा उम्मीद है कि 15 फरवरी के आसपास कोरोना का पीक भारत को अपनी गिरफ्त में ले सकता है।

आईआईटी मद्रास के विशषज्ञों के मुताबिक बीते 14 जनवरी से 21 जनवरी के बीच R-value 1.57 दर्ज की गई, जो की 7 से 13 जनवरी के बीच 2.2 थी और 1 से 6 जनवरी के बीच 4 थी। 

R-value किसे कहते हैं ?

‘R-value’ यह बताती है कि मनुष्यों में कोविड संक्रमण कितनी तेजी से फैल रहा है। यदि यह Value 1 से नीचे होती है तो महामारी का प्रभाव समाप्त माना जाता है।

यह ‘R-value’ मनुष्यों के बीाच होने वाले संपर्क दर और आपेक्षित समय अंतराल पर निर्भर करता है, जिसमें संक्रमित होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। 

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