IIM अहमदाबाद में मिले 28 कोरोना पॉजिटिव, स्टूडेंट देखने गए थे भारत-इंग्लैंड का पहला टी20 मैच
By विनीत कुमार | Updated: March 26, 2021 13:02 IST2021-03-26T12:57:00+5:302021-03-26T13:02:24+5:30
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण फैलने का मामला सामने आया है। कोरोना पॉजिटिव मिले कुछ छात्र टी20 मैच भी देखने गए थे।

IIM अहमदाबाद में कोरोना संक्रमण के कई मामले (फाइल फोटो)
भारत में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच आईआईएम अहमदाबाद कैंपस में छात्रों सहित 28 लोग संक्रमित पाए गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इनमें से कई अहमदाबाद में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले टी20 मैच को देखने गए थे। पहला टी20 मुकाबला 12 मार्च को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया था।
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टी20 मैचों की सीरीज के पहले दो मुकाबलों में फैंस को जाने की इजाजत दी गई थी। हालांकि, राज्य में कोविड के बढ़ते मामलों के बाद गुजरात क्रिकेट असोसिएशन ने बाद में बिना दर्शकों के मैच कराने का फैसला लिया। पुणे में भी जारी वनडे सीरीज में दर्शकों को जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
12 मार्च को देखने गए थे मैच, 16 को आई रिपोर्ट
'अहमदाबाद मिरर' की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना पॉजिटिव मिले स्टूडेंट में से पांच 12 मार्च को पहला टी20 मुकाबला देखने स्टेडियम गए थे। इनकी कोरोना रिपोर्ट 16 मार्च को पॉजिटिव आई थी। इसके बाद आईआईएम, अहमदाबाद ने अन्य लोगों के टेस्ट कराने का भी फैसला किया।
आईआईएम में करीब 2500 लोग हैं। इसमें कैंपस में रहने वालों के साथ-साथ बाहर से आने वाले छात्र और अन्य स्टाफ भी शामिल हैं। इंस्टट्य़ूट से जुड़े एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, 'हमने गुरुवार को करीब 90 लोगों के भी टेस्ट किए। इनके नतीजे शुक्रवार को आ सकते हैं। कोरोना मामलों में वृद्धि के बाद हमने भी गाइडलाइंस को लेकर सख्ती बरती है।'
आईआईएम पर छात्र भी उठा रहे हैं सवाल
अधिकारी के अनुसार कैंपस में मौजूद फूड कोर्ट में अब केवल खाना पैक कराकर ले जाने की अनुमति होगी। सोशल डिस्टेंसिंग की बात को देखते हुए फूड कोर्ट में बैठने पर मनाही है। मेस में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने की व्यवस्था की गई है। साथ ही सभी कक्षाओं को ऑनलाइन आयोजित किया जा रहा है।
आईआईएम अहमदाबाद के पीजीपी-2 के छात्रों ने हालांकि आरोप लगाया है कि कोविड नियमों के पालन में लापरवाही बरती गई है। इन स्टूडेंट के अनुसार संक्रमित स्टूडेंट को 18 और 19 मार्च को हुई ऑफलाइन परीक्षा में बैठने से नहीं रोका गया और न ही उन्हें आइसोलेट किया गया और इसलिए संक्रमण के मामले संस्थान में बढ़े हैं। आईआईएम, अहमदाबाद ने दावों को खारिज किया है।