कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य विधानसभा में विपक्षी दल भाजपा की अगुवाई करने वाले सुवेंदु अधिकारी के उस बयान पर बेहद तीखा हमला बोला है, जिसमें अधिकारी ने कथिततौर पर राज्य में तैनात एक सिख आईपीएस अफसर के खिलाफ कथिततौर पर बेहद अभद्र टिप्पणी करते हुए उन्हें 'खालिस्तानी' कहकर संबोधित किया था।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी द्वारा एक सिख पुलिस अधिकारी को 'खालिस्तानी' बताए जाने पर बेहद तीखा हमला करते हुए सवाल किया गया, 'अगर कोई अधिकारी पगड़ी पहनता है, तो भला कोई कैसे उसे खालिस्तानी कह सकता है?'
ममता बनर्जी का बयान बीते मंगलवार की उस घटना के बाद आया है, जब एक सिख पुलिस अधिकारी ने विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के एक समूह को हटान का प्रयास किया तो उन्हें भाजपा नेता अधिकारी ने 'खालिस्तानी' कहा।
सीएम बनर्जी ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में सवाल किया, "ड्यूटी पर तैनात सिख अधिकारी की क्या गलती थी? क्या हमारे सैन्य बल में कोई सिख रेजिमेंट नहीं है? हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। यदि कोई अधिकारी पगड़ी पहनता है तो आप उन्हें खालिस्तानी कैसे कह सकते हैं? इसी तरह हमारे यहां मुस्लिम आईएएस, आईपीएस और डब्ल्यूबीसीएस अधिकारी भी हैं, आप उन्हें सिर्फ इसलिए पाकिस्तानी कहेंगे क्योंकि वह एक मुस्लिम अधिकारी हैं?"
इस बीच पश्चिम बंगाल पुलिस ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा प्रभावित संदेशखाली के पास भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प के दौरान एक सिख पुलिस अधिकारी को 'खालिस्तानी' कहा। बंगाल पुलिस ने मामले में कानूनी कार्रवाई करने की बी बात कही है।
कार्यक्रम के दौरान सीएम बनर्जी ने बंगाल में आधार कार्डों को कथित तौर पर निष्क्रिय करने की चर्चा की। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दावा किया था कि राज्य में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के आधार कार्ड निष्क्रिय कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "हम आधार में विश्वास नहीं करते हैं। हमने आधार कार्ड को निष्क्रिय करने से संबंधित साजिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। यह डिटेक्शन कैंप स्थापित करने और एनआरसी लागू करने की साजिश है।"