अयोध्या: एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड प्रभु राम पर दिए अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में है। आव्हाड ने प्रभु श्रीराम को मांसाहारी बताया है। उनके विवादित बयान पर आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। अयोध्या के तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगत् गुरु परमहंस आचार्य ने आव्हाड का वध करने तक की धमकी दी है।
गुरुवार को उन्होंने कहा है, "जितेंद्र आव्हाड द्वारा दिया गया बयान अपमानजनक है और भगवान राम भक्तों की भावना को ठेस पहुंचाता है... मैं महाराष्ट्र और केंद्र सरकार से आग्रह करूंगा कि वे इस पर कार्रवाई करें। भगवान राम के बारे में गलत बोलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई...अगर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो मैं जितेंद्र आव्हाड का वध करूंगा। मैं चेतावनी दे रहा हूं।'
उधर, महाराष्ट्र के भाजपा विधायक राम कदम ने एनसीपी नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। राम कदम ने कहा, "उनकी मानसिकता राम भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है। वोट बटोरने के लिए वे हिंदू धर्म का मजाक नहीं उड़ा सकते। यह तथ्य कि राम मंदिर बनाया गया है, घमंडी गठबंधन को रास नहीं आ रहा है।"
आव्हाड की टिप्पणी राम कदम द्वारा 22 जनवरी को अयोध्या अभिषेक समारोह के दिन शराब और मांस पर एक दिन के प्रतिबंध के लिए महाराष्ट्र सरकार से आग्रह करने के एक दिन बाद आई है। उन्होंने कहा था, "राम हमारे हैं। राम बहुजनों के हैं। शिकार करके खाने वाले राम हमारे हैं।" आव्हाड ने बुधवार को महाराष्ट्र के शिरडी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, हम बहुजनों से हैं। उन्होंने कहा, "जब आप लोग हम सभी को शाकाहारी बनाने के लिए जाते हैं, तो हम राम के आदर्शों का पालन करते हैं और आज हम मटन खाते हैं। यह राम का आदर्श है। राम शाकाहारी नहीं थे, मांसाहारी थे।"
वहीं भगवान राम पर अपनी "मांसाहारी" टिप्पणी पर एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र अव्हाड ने कहा, "मैं खेद व्यक्त करता हूं। मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था।" हालांकि वह अपने बयान को लेकर कायम हैं और उन्होंने मीडिया के सामने साक्ष्य भी प्रस्तुत किया है। उन्होंने अपने बयान का समर्थन करने के लिए वाल्मीकि रामायण के अयोध्यकाण्ड का जिक्र किया।