हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को चुनौती दी कि अगर उनमें हिम्मत है तो वह 2024 के लोकसभा चुनाव में वायनाड से नहीं बल्कि उनके संसदीय क्षेत्र हैदराबाद से लड़ने का साहस करके दिखाये।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, "मैं आपके नेता राहुल गांधी को वायनाड से नहीं बल्कि हैदराबाद से चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहा हूं। राहुल गांधी बड़े-बड़े बयान देते रहते हैं, अरे हिम्मत है तो हैदराबाद के मैदान में आओ और मेरे खिलाफ चुनाव लड़ो।"
हैदराबाद के एक सार्वजनिक सभा में भाषण देते हुए ओवैसी ने आगे कहा, "कांग्रेस के लोग बहुत कुछ कहेंगे, लेकिन मैं तैयार हूं। ये वही कांग्रेस है, जिसके शासनकाल में बाबरी मस्जिद और सचिवालय की मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया थाष मैं अभी तक भूला नहीं हूं।"
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी मस्जिद को किसने ध्वस्त किया, देश की इसी सबसे पुरानी पार्टी के शासन ने किया और मुसलमान इस बात को भूला नहीं है। उसे अपने साथ हुई नाइंसाफी अच्छे से याद है।
मालूम हो कि तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की सत्ताधारी बीआरएस, कांग्रेस और एआईएमआईएम चुनावी अखाड़े में आमने-सामने हैं क्योंकि ये तीनों पार्टियां इस साल के अंत में होने वाले राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों में विधानसभा पर कब्जे के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस महीने की शुरुआत में तेलंगाना के तुक्कुगुडा में विजयभेरी सभा में बोलते हुए कहा था कि भारतीय जनता पार्टी, भारत राष्ट्र समिति और एआईएमआईएम तेलंगाना में एकजुट होकर काम कर रहे हैं और कांग्रेस इस तिकड़ी के खिलाफ लड़ रही है।
राहुल गांधी ने कहा था, "तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी बीआरएस के खिलाफ नहीं बल्कि बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम के साथ मिलकर लड़ रही है। वे खुद को अलग-अलग पार्टियां कहते हैं लेकिन एकजुट होकर काम कर रहे हैं।"
इसके साथ राहुल गांधी ने इस बात का दावा किया था कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केचंद्रशेखर राव या एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ कोई सीबीआई-ईडी मामले नहीं हैं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें "अपने लोग" मानते हैं।