वायुसेना अपना 87 वां स्थापना वर्ष गर्व के साथ मनाएगी, हिंडन एयर बेस पर पुराने और नए विमान दिखाएंगे करतब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 30, 2019 02:15 PM2019-09-30T14:15:50+5:302019-09-30T14:15:50+5:30
‘नो योर एयरफोर्स’ शीर्षक के तहत लड़ाकू और परिवहन विमानों, मिसाइल सिस्टम और राडार का एक प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया। विज्ञप्ति के अनुसार आकाशगंगा टीम ने सबसे रोमांचक प्रदर्शन किया जिसमें पैराट्रूपर्स ने आठ हजार फुट की ऊंचाई से अपने पैराशूट खोले बिना छलांग लगाई।
वायुसेना आठ अक्टूबर को अपनी स्थापना के 87 वर्ष पूरे करेगा और वायुसेना की योजना इस दिन अपने हिंडन एयर बेस पर पुराने एवं नये विमानों का ‘‘एयर शो’’ करने की है।
अधिकारियों ने रविवार के यह जानकारी दी। भारतीय वायुसेना की स्थापना आठ अक्टूबर 1932 को की गई थी। वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘वायुसेना अपना 87 वां स्थापना वर्ष गर्व के साथ मनायेगी। ’’ उन्होंने कहा कि इस अवसर पर गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर विभिन्न विमान अपने करतब दिखाएंगे।
वायुसेना ने कहा, ‘‘एयर शो के लिए अभ्यास मंगलवार से शुरू होगा।’’ वायुसेना ने कहा कि जिन इलाकों में विमान कम ऊंचाई से गुजरेंगे, उनमें वजीरपुर ब्रिज, करावलनगर, अफजलपुर, हिंडन, हापुड़, पिलखुआ, गाजियाबाद आदि शामिल हैं। साथ ही लोगों से भी कहा गया है कि खुले में किसी जंतु का शव पड़ा दिखने पर फौरन ही इस बारे में अधिकारियों को सूचना दी जाए।
वायुसेना दिवस समारोह से पहले वायुसेना ने एयरशो का आयोजन किया
भारतीय वायुसेना ने आठ अक्टूबर को 87वें वायुसेना दिवस समारोह से पहले शुक्रवार को वडोदरा में एक एयरशो आयोजित किया जिसमें उसने अपने विभिन्न विमानों के हवाई कौशल का प्रदर्शन किया। एक रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया कि इस एयरशो का आयोजन शहर के बाहरी क्षेत्र हरणी स्थित वायुसेना स्टेशन में किया गया।
इस एयरशो के दौरान सारंग हेलीकाप्टर टीम ने एरोबेटिक्स और आकाशगंगा द्वारा स्काई डाइविंग का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान आगरा स्थित पैराट्रूपर्स ट्रेनिंग स्कूल के कुशल पैरा जम्पर्स ने भी अपने कौशल का प्रदर्शन किया। वायुसेना के विशेष अभियान ‘गरुड’ कमांडो ने भी एएन..32 विमान से ‘इंजन रनिंग आपरेशन’ का संचालन किया।
‘नो योर एयरफोर्स’ शीर्षक के तहत लड़ाकू और परिवहन विमानों, मिसाइल सिस्टम और राडार का एक प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया। विज्ञप्ति के अनुसार आकाशगंगा टीम ने सबसे रोमांचक प्रदर्शन किया जिसमें पैराट्रूपर्स ने आठ हजार फुट की ऊंचाई से अपने पैराशूट खोले बिना छलांग लगाई।
टीम के सदस्यों ने कम ऊंचाई पर अपने पैराशूट खोलने से पहले विभिन्न कलाबाजियां दिखायी। करीब 6500 लोगों ने इस एयरशो को देखा। इसमें स्कूल और कालेज के छात्र, सैन्यकर्मी, एनडीआरएफ, पुलिस और जिला प्रशासन कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य शामिल थे।