लाइव न्यूज़ :

आलाकमान के निर्देश पर एक मिनट में इस्तीफा दे दूंगा - भूपेश बघेल

By भाषा | Updated: December 11, 2020 18:43 IST

Open in App

रायपुर, 11 दिसंबर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के ढाई-ढाई साल के कथित फॉर्मूले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि आलाकमान के निर्देश पर वह तत्काल इस्तीफा दे देंगे।

बघेल ने शुक्रवार को सरगुजा क्षेत्र के दौरे से पहले संवाददाताओं के सवाल के जवाब पर कहा, ‘‘अभी मैं आपसे बात कर रहा हूं और आलाकमान का निर्देश आता है कि इस्तीफा दे दो तो मै इस्तीफा दे दूंगा। (पार्टी) हाईकमान के निर्देश पर यह जिम्मेदारी मैने ली है। हाईकमान बोले तो मै तत्काल इस्तीफा दे दूंगा।’’ उन्होंने दावा किया कि उन्हें इस पद का मोह नहीं है। उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है उस पद का वह निर्वहन कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार से गलतफहमी पैदा करने वाले लोग प्रदेश का हित नहीं कर रहे हैं।

बघेल ने कहा कि जिन लोगों को छत्तीसगढ़ का विकास होते हुए देखने में तकलीफ हो रही है, वह लोग इस प्रकार की बातें कह रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस ने तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री पद का दायित्व सौंपा था। बघेल ने 17 दिसंबर वर्ष 2018 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस दौरान वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव और सांसद ताम्रध्वज साहू ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी।

बघेल के मुख्यमंत्री नियुक्त होने के बाद ऐसे दावे भी सामने आये थे कि कांग्रेस आलाकमान ने बघेल और सिंहदेव को ढाई—ढाई वर्ष के लिए मुख्यमंत्री नियुक्त करने का फैसला किया है। हांलाकि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इसकी पुष्टि नहीं की थी।

राज्य में अब कांग्रेस के शासन को दो वर्ष पूरे होने वाले हैं ऐसे में एक बार फिर ढाई वर्ष में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।

मुख्यमंत्री बघेल के इस बयान के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से ढाई वर्ष के फॉर्मूले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान के साथ जो बात होती है उसकी एक गरिमा है, मर्यादा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग उसके बारे में सार्वजनिक बात नहीं करते हैं।’’

सिंहदेव ने कहा कि कोई साल :समय: की बात नहीं रहती है। वह (पार्टी हाईकमान) समय, परिस्थिति के हिसाब से निर्णय लेते हैं। बहुत ‘‘फीडबैक’’ उनके पास आता है। बहुत सी बातें रहती है। उसके हिसाब से वह निर्णय लेते हैं।

मुख्यमंत्री के बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ :जे: के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सवाल उठाया कि अचानक क्या हो गया कि मुख्यमंत्री को यह बयान देना पड़ा? उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कोई फार्मूला है तो उसे भी सार्वजनिक करना चाहिए। जोगी ने दावा किया कि उस पार्टी की संस्कृति है कि वहां फैसले दिल्ली से होते हैं। छत्तीसगढ़ वालों की कोई ‘‘पूछ-परख’’ नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री का यह बयान कि दिल्ली के आदेश पर मैं एक मिनट में इस्तीफ़ा दे दूंगा, गुलाम वाली मानसिकता का परिचायक है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतMaharashtra Local Body Polls Result: महायुति 214, एमवीए 49, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी, जानें किस पार्टी को कितनी सीटें

क्रिकेटस्मृति मंधाना श्रीलंका के खिलाफ पहले T20I में एक बड़ा मील का पत्थर हासिल करने वाली पहली भारतीय क्रिकेटर बनी

भारतस्थानीय निकाय चुनावः 286 में से 212 सीट पर जीत?, अशोक चव्हाण बोले- भाजपा के 3,300 पार्षद निर्वाचित, जनवरी 2026 में 29 नगर निगमों चुनावों पर असर दिखेगा?

भारतबिहार में फाइनेंस कंपनियों के कर्ज से परेशान लोग आत्महत्या करने को मजबूर, पुलिस ने लिया गंभीरता से, ईओयू को दी कार्रवाई की जिम्मेदारी

भारतमुंबई निगम चुनावः नगर परिषद और पंचायत में करारी हार?, ठाकरे-पवार को छोड़ वीबीए-आरपीआई से गठजोड़ करेंगे राहुल गांधी?

भारत अधिक खबरें

भारतपालघर नगर परिषद में शिवसेना के उत्तम घरत ने भाजपा के कैलाश म्हात्रे को हराया और बीजेपी ने जव्हार नगर परिषद और वाडा नगर पंचायत पर किया कब्जा

भारतनगर परिषद और नगर पंचायत चुनावः MVA ने हार स्वीकार की, कहा-पैसा और निर्वाचन आयोग के कारण हारे

भारतमहाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनावः अभी तो ‘ट्रेलर’ है?, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा-15 जनवरी को नगर निगम में फिल्म दिखेगा, असली शिवसेना कौन?

भारतMaharashtra Local Body Polls Result: विपक्ष ने महायुति की जीत के लिए 'पैसे की ताकत' और 'फिक्स्ड' ईवीएम का लगाया आरोप

भारतलोहा नगर परिषद चुनावः गजानन सूर्यवंशी, पत्नी गोदावरी, भाई सचिन, भाभी सुप्रिया, बहनोई युवराज वाघमारे और भतीजे की पत्नी रीना व्यावहारे की हार, भाजपा को झटका