भोपाल, 2 मईः भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने अपनी ही पार्टी के नेताओं के ऊपर दलितों के यहां भोजन करने को लेकर तंज कसा है। दरअसल, केद्रीय मंत्री मंगलवार को मध्यप्रदेश के छतरपुर के नौगांव के ददरी गांव में सामाजिक समरसता भोज कार्यक्रम में पहुंची थीं, जहां उन्होंने दलितों के यहां भोजन करने को लेकर तीखी टिप्पणी की और सीधे भगवान राम से जोड़ दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा 'हम भगवान राम नहीं हैं कि दलितों के साथ भोजन करेंगे तो पवित्र हो जाएंगे। जब दलित हमारे घर आकर साथ बैठकर भोजन करेंगे तब हम पवित्र हो पाएंगे। दलित को जब हम अपने घर में अपने हाथों से खाना परोसूंगी तब मेरा घर धन्य हो जाएगा।'
बताया जा रहा है कि इस सामाजिक समरसता भोज कार्यक्रम के आयोजकों ने लोगों से कह रखा था कि उमा भारती सब के साथ बैठ कर भोजन करेंगी, लेकिन उन्होंने भोजन न कर एक नई परिभाषा का इजाद कर दिया, जिससे दलित समाज के लोगों को निराशा हाथ लगी है। उनका कहना था कि उमा भारती भोजन करने की बजाए वहां से बहाना बनाकर निकल गई हैं।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलित समुदाय को अपनी बीजेपी की ओर आकर्षित करने के लिए पार्टी के नेताओं को दलित बहुल इलाकों में जाने जाकर और वहां रात गुजारने का निर्देश दिया था। इसके बाद बीजेपी के दिग्गज नेता दलितों के घर गए बल्कि वहां भोजन किया, जिसपर जमकर राजनीति हुई।
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