UP Election 2022: "मैं मोदी भक्त हूं",पीएम मोदी के हमशक्ल को भाजपा ने नहीं दिया टिकट तो हो गए नाराज, बोले- अब चुनाव मैदान में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरूंगा
By आजाद खान | Published: February 2, 2022 08:18 AM2022-02-02T08:18:47+5:302022-02-02T08:30:23+5:30
UP Election 2022: अभिनंदन पाठक 2014 में पीएम मोदी से मिलने के बाद चर्चा में आए थे। तब से वह बीजेपी से सीट की मांग कर रहे हैं।
UP Election 2022: पीएम मोदी के भक्त और हमशक्ल कहे जाने वाले अभिनंदन पाठक लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से बीजेपी ने सीट नहीं दिया है। इस बात से वह बहुत नाराज है और कहा है कि यह पहली बार नहीं है कि बेजेपी ने उन्हें सीट नहीं दिया है। अभिनंदन पाठक ने बताया कि उन्हें बीजेपी से सीट नहीं मिलने के बाद वे लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे और योगी आदित्यनाथ को फिर से सीएम बनाएंगे। फिलहाल पाठक को बीजेपी से बहुत शिकायत है।
सीट नहीं मिलने पर क्या कहा पाठक ने
पीएम मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक ने कहा कि बेजेपी कभी भी उनकी मांग को तव्वजा नहीं देती है। टिकट नहीं मिलने पर पाठक बोले, 'मैंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लखनऊ से टिकट के लिए पत्र लिखा था, लेकिन उन्होंने मेरे पत्रों पर कोई ध्यान नहीं दिया। मैं एक 'मोदी भक्त' हूं। भाजपा मुझे अनदेखा कर सकती है, लेकिन मैं चुनाव लड़ूंगा और चुनाव जीतूंगा ताकि योगी आदित्यनाथ को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने में मदद मिल सके। मोदी और योगी एक सिक्के के दो चेहरे हैं। मैं उनके जुनून की प्रशंसा करता हूं। जनता के लिए निस्वार्थ भाव से काम करें।'
बीजेपी ने पहले भी नहीं दिया है पाठक को टिकट
आपको बता दें कि 2014 से चर्चा में आए अभिनंदन पाठक को बीजेपी ने कभी भी टिकट नहीं दिया है। अभिनंदन पाठक के अनुसार, उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया था और इसके लिए वे राज्य की यात्रा भी किए थे।
लेकिन इसके बावजूद भी तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने उनको भाव तक नहीं दिया और चुनाव प्रचार के दौरान राज्य में रहने का जगह भी नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उस समय उन्होंने हमारा मजाक भी उड़ाया था। पाठक इस बार लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन बीजेपी से सीट नहीं मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पाठक तलाक के बाद ट्रेनों में बेचते हैं खीरा, रैलियों में करते हैं मनोरंजन
पाठक ने कहा कि उनका तलाक होने के बाद अब वे अपनी रोजी रोटी के लिए ट्रेनों में खीरा बेचते हैं। यही नहीं उन्हें रैलियों में भी बुलाया जाता है ताकि वे जनता का मनोरंजन कर सकें। 2014 से पीएम मोदी से मिलने के बाद चर्चा में आए पाठक का कहना है, "मेरी पत्नी मीरा पाठक ने तलाक के लिए अर्जी दी क्योंकि मैं उसका आर्थिक रूप से समर्थन नहीं कर सका। 1999 के लोकसभा चुनाव में मैं आर्थिक रूप से तंग आ गया था, जो मैंने सहारनपुर से लड़ा था। तब से मैंने वित्तीय स्थिरता खो दी है।"
अभिनंदन पाठक ने आगे कहा, "मेरी तीन बेटियों सहित छह बच्चे हैं। दो, बाकी शादीशुदा और सेटल हैं। मेरी पत्नी हमारे दो बेटों के साथ रहती है। मेरे घर छोड़ने के बाद मेरी पत्नी ने मुझसे संपर्क नहीं किया है। मैं एक राजनेता बनना चाहता हूं और समुदाय की सेवा करना चाहता हूं।"