हैदराबाद: हैदराबाद के निकट एक महिला पशु चिकित्सक से सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या को लेकर अंतत: चुप्पी तोड़ते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मामले की तेजी से सुनवाई के लिए एक त्वरित अदालत गठित करने का रविवार को आदेश दिया और मृतका के परिवार को हर आवश्यक मदद मुहैया कराने का वादा किया। राव ने घटना के बाद पहली बार सार्वजनिक बयान देते हुए इसे ‘‘वीभत्स’’ बताया और गहरा दु:ख प्रकट किया। इस घटना की कई नेताओं, धार्मिक नेताओं और फिल्मी हस्तियों ने कड़ी निंदा की।
आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि महिलाओं की गरिमा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता और बच्चों को उनका हमेशा सम्मान करना सिखाया जाना चाहिए। मृतका की कॉलोनी के लोगों ने उसके परिवार से मिलने आए राजनीतिक नेताओं और अन्य लोगों को लौटा दिया लेकिन बाद में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और कांग्रेस सांसद ए आर रेड्डी ने परिवार से मुलाकात की। रेड्डी ने घटना में कथित लापरवाही को लेकर तेलंगाना सरकार की निंदा की। तेलुगु सुपरस्टार महेश बाबू ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘दिन बीत गए, महीने बीत गए, साल बीत गए... कुछ नहीं बदल रहा। समाज के तौर पर हमारा पतन हो रहा है। राज्य एवं केंद्र सरकारों से निजी अपील करता हूं कि हमें इस प्रकार के जघन्य अपराधों के लिए कड़े कानून, मौत की सजा का प्रावधान करना चाहिए।’’
तेलुगु फिल्म निर्देशकों सुकुमार और सुरेंद्र रेड्डी ने भी इस घटना की निंदा की है। इस बीच, पशु चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या की प्राथमिकी देर से दर्ज करने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साइबराबाद पुलिस ने रविवार को मीडिया से अपील की कि वे इस घटना को लगातार टीवी पर नहीं चलाएं। मुख्यमंत्री कार्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार राव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस मामले के आरोपियों के खिलाफ त्वरित सुनवाई हो और अपराधियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने मामले के निपटारे के लिए त्वरित अदालत गठित करने का भी फैसला किया।
तेलंगाना सरकार ने फास्ट-ट्रैक अदालत गठन की बात कही
विज्ञप्ति में वारंगल में एक नाबालिग से बलात्कार एवं हत्या मामले के लिए त्वरित अदालत के गठन के कारण अपराध के 56 दिनों में फैसला सुनाए जाने का भी जिक्र किया गया। इसमें कहा गया कि राव का मानना है कि महिला पशु चिकित्सक के मामले में भी जल्द फैसला आना चाहिए। विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को हर आवश्यक मदद मुहैया कराए जाने का आश्वासन दिया और उन्होंने इस घटना को लेकर दु:ख प्रकट किया।
इससे पहले मामले पर प्रतिक्रिया नहीं देने को लेकर कांग्रेस, भाजपा, वाम दलों और अन्य दलों ने राव की आलोचना की थी। राज्य भाजपा ने रविवार को कहा था कि तेलंगाना में हुए इस जघन्य कांड को लेकर पूरा देश स्तब्ध और गुस्से में है और ऐसे में मुख्यमंत्री आज विवाह समारोह में शामिल हो रहे हैं और फोटो खिंचवा रहे हैं। इस घटना को सामने आए 48 घंटे से भी अधिक का समय हो गया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया।
गौरतलब है कि सरकारी अस्पताल में काम करने वाली पशु चिकित्सक की गुरुवार रात शहर के बाहरी इलाके में चार लोगों ने बलात्कार के बाद हत्या कर दी थी। बाद में 25 वर्षीय इस महिला का झुलसा हुआ शव बरामद हुआ था। मामले के चार आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। राव ने बाद में तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मियों के साथ बैठक में इस घटना का जिक्र किया और रात में निगम की महिला कर्मियों की ड्यूटी नहीं लगाने का सुझाव किया। उन्होंने कहा कि जानवरों की मानसिकता वाले मनुष्य समाज में घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री के बेटे एवं राज्य के आईटी मंत्री के टी रामा राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आईपीसी और सीआरपीसी में संशोधन किए जाने की अपील की ताकि महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ इस प्रकार के अपराध करने वालों को मौत की सजा दी जा सके।
इस घटना की गूंज ‘गीता’ की प्रासंगिकता पर दिल्ली में आयोजित एक सम्मेलन में भी सुनाई दी जिसमें विभिन्न धर्मों के नेताओं ने भाग लिया। राम मंदिर कार्यकर्ता साध्वी ऋतंभरा से लेकर ‘ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ इमाम’ के प्रमुख उमर इलयासी तक विभिन्न धार्मिक नेताओं और कई केंद्रीय मंत्रियों ने इस घटना की निंदा की। हैदराबाद के बाहरी हिस्से में स्थित शमशाबाद इलाके में लोगों ने कॉलोनी का मुख्य द्वार बंद कर दिया और तख्ती टांग दी जिस पर लिखा था, ‘‘ मीडिया नहीं, पुलिस नहीं, कोई बाहरी नहीं, कोई हमदर्दी नहीं, सिर्फ कार्रवाई, इंसाफ।’’
सीएम चंद्रशेखर राव की चुप्पी पर उठे थे सवाल
घटना की निंदा करते हुए एक महिला ने कहा कि बृहस्पतिवार को घटना के बाद से अब तक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने क्यों प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘‘ पुलिस ने कहा है कि उसने चार आरोपियों को पकड़ा है जिन्होंने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है। मुख्यमंत्री क्यों जल्दी न्याय सुनिश्चित नहीं करते हैं?’’ एक अन्य महिला ने जानना चाहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक घटना पर ट्वीट क्यों नहीं किया है। माकपा के पूर्व विधायक जे रंगा रेड्डी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को कॉलोनी के लोगों ने वापस जाने को कहा।
पूर्व विधायक ने कहा कि वह और उनके साथी कुछ समय के लिए कॉलोनी के द्वार के सामने पालथी मारकर बैठ गए और परिवार के प्रति हमदर्दी जताई। इससे पहले, पुलिस ने कहा कि वह चारों आरोपियों से आगे की पूछताछ के लिए अदालत में याचिका दायर कर उनकी हिरासत की मांग करेगी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘आगे की जांच के लिए हम जल्द ही हिरासत याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं।’’
अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लेकर की जाने वाली पूछताछ जेल में भी की जा सकती है। बार एसोसिएशन ने फैसला किया है कि मामले में आरोपियों की तरफ से कोई भी पेश नहीं होगा। इस जघन्य घटना में अपने बच्चों की संलिप्तता पर दुख जताते हुए दो आरोपियों की मां ने कहा कि उन्हें उचित सजा दी जानी चाहिए। चार आरोपियों में से एक चेन्नावाकेसावुलु की मां ने कहा, ‘‘आपको जो सजा देनी है उन्हें दो। मेरी भी एक बेटी है।’’
उसकी मां ने दावा किया कि चेन्नासेवुलु पिछले छह महीने से सेहत संबंधी समस्याओं की वजह से कोई काम नहीं कर रहा था। उसके परिवार के एक अन्य सदस्य ने कहा कि उसकी गिरफ्तारी के बाद से वे लोगों का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आरोपी शिवा की मां ने कहा कि उसे अपराध के लिए सजा दी जानी चाहिए। महिला पशु चिकित्सक से बलात्कार और फिर उसकी हत्या करने की घटना को लेर देशभर में गुस्सा है। घटना के विरोध में तेलंगाना में हैदराबाद और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन हुए और नागरिकों ने मांग की कि आरोपियों को मृत्युदंड जैसी कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।