कोविड-19 पर गृह मंत्रालय का नया दिशानिर्देश, वायरस के नये प्रकार के प्रति सतर्क रहने की जरूरत
By भाषा | Updated: December 28, 2020 21:59 IST2020-12-28T21:59:44+5:302020-12-28T21:59:44+5:30

कोविड-19 पर गृह मंत्रालय का नया दिशानिर्देश, वायरस के नये प्रकार के प्रति सतर्क रहने की जरूरत
नयी दिल्ली, 28 दिसंबर केंद्र सरकार ने विभिन्न गतिविधियों पर कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों को कायम रखते हुए सोमवार को कहा कि देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है, लेकिन दुनिया भर में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने और ब्रिटेन में इस वायरस का एक नया प्रकार सामने आने के मद्देनजर निगरानी और सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है।
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसने कोविड-19 की (स्थिति की) निगरानी के सिलसिले में नये दिशानिर्देश जारी किये हैं और ये दिशानिर्देश 31 जनवरी तक प्रभावी रहेंगे। साथ ही, इसने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नव वर्ष समारोहों तथा ठंड के मौसम में मामलों को किसी भी तरह से बढ़ने देने से रोकने के लिए सख्त निगरानी रखने को कहा है।
मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को संभावित टीकाकरण अभियान के लिए तैयारियों में केंद्रीय अधिकारियों की तत्परता से मदद करने को भी कहा है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘(देश में कोविड-19 के) उपचाराधीन मरीजों और संक्रमण के नये मामलों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन वैश्विक स्तर पर मामले बढ़ने और ब्रिटेन में वायरस का एक नया प्रकार सामने आने के मद्देनजर निगरानी, रोकथाम और सतर्कता बरकरार रखने की जरूरत है।’’
गृह मंत्रालय ने कहा, ‘‘निरूद्ध क्षेत्रों का सावधानीपूर्वक सीमांकन जारी रखा जाए, इन क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए निर्धारित उपायों का सख्ती से पालन किया जाए, कोविड से जुड़े उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा दिया जाए और उन्हें सख्ती से लागू किया जाए तथा विभिन्न गतिवधियों के संदर्भ में सुझाई गई मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) का पूरी गंभीरता से पालन किया जाए। ’’
मंत्रालय ने कहा कि निगरानी और रोकथाम के प्रति पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर और उसके एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा पिछले महीने जारी दिशानिर्देशों एवं एसओपी को राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किये जाने की जरूरत है।
पिछले महीने, गृह मंत्रालय ने कहा कि था कि राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए रात का कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगा सकते हैं। लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें निरूद्ध क्षेत्रों के बाहर लॉकडाउन लागू करने से पहले केंद्र से परामर्श करना पड़ेगा।
मंत्रालय ने सोमवार को कहा, ‘‘आगामी नववर्ष समारोहों और इन दिनों जारी ठंड के मौसम के मद्देनजर नये मामलों को तेजी से बढ़ने से रोकने के लिए सख्त निगरानी की जरूरत है। दरअसल, ये परिस्थितियां वायरस के प्रसार के लिए अनुकूल हैं। इस सिलसिले में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश उपयुक्त कदम उठा सकते हैं। ’’
मंत्रालय ने कोविड-19 का टीकाकरण अभियान चलाने के लिए केंद्र द्वारा तैयारियां शुरू कर दिये जाने का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि कोविड-19 के टीकाकरण पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) ने शुरूआती चरण में टीके को प्राथमिकता वाली श्रेणी को लगाने की सिफारिश की है, इसके तहत स्वास्थ्य कर्मी, कोविड के खिलाफ अग्रिम मोर्चे के कर्मी
, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग और अन्य बीमारियों से ग्रसित 50 वर्ष से कम आयु के लोग आते हैं।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘राज्य/केंद्र शासित प्रदेश लाभार्थियों की पहचान करने, डेटाबेस तैयार करने, टीके को पहुंचाने, भंडारण, सुरक्षा, टीकाकरण में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को सक्रियता से मदद करने का संबद्ध प्राधिकारों को निर्देश दे सकते हैं।’’
दिशानिर्देश में कहा गया है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश कोविड-19 से जुड़े उपयुक्त व्यवहार, जैसे कि मास्क पहनने, हाथ स्वच्छ रखने और सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं।
देश में एक दिन में कोविड-19 के 20,021 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर सोमवार को 1,02,07,871 हो गए, जिनमें से 97.82 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार 279 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,47,901 हो गई।
आंकड़ों के अनुसार 97,82,669 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 95.83 प्रतिशत हो गई।
देश में लगातार सातवें दिन उपचाराधीन लोगों की संख्या तीन लाख से कम है। अभी कुल 2,77,301 लोगों का कोरोना वायरस का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.72 प्रतिशत है।
भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में वायरस से अभी तक 1,47,901 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 49,255, तमिलनाडु के 12,069 , कर्नाटक के 12,062 ,दिल्ली के 10,453, पश्चिम बंगाल के 9,598, उत्तर प्रदेश के 8,306 , आंध्र प्रदेश के 7,094 और पंजाब के 5,299 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।
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