Holi 2022: दिल्ली-पंजाब से आईं होलिका दहन की तस्वीरें, दहन से पहले लोगों ने की होलिका माता की पूजा
By रुस्तम राणा | Published: March 17, 2022 09:15 PM2022-03-17T21:15:40+5:302022-03-17T21:19:38+5:30
वहीं दिल्ली में भी होलिका दहन किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के गोल मार्केट में लोगों ने पूरी परंपरा के साथ होलिका दहन किया। इस दौरान होल्यारे ढोल के साथ होली के गीत गाते हुए नजर आए।
Holika Dahan 2022: देशभर में शुक्रवार को होली का उत्सव मनाया जाएगा। ऐसे आज होलिका दहन की जा रही है। पंजाब और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से होलिका दहन की तस्वीरें भी आने लगी हैं। पंजाब के अमृतसर में लोगों ने विधि-विधान के साथ होलिका दहन करते नजर आए। इससे पहले उन्होंने होलिका माता की पूजा की और फिर अंत में होलिका दहन किया।
वहीं दिल्ली में भी होलिका दहन किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के गोल मार्केट में लोगों ने पूरी परंपरा के साथ होलिका दहन किया। इस दौरान होल्यारे ढोल के साथ होली के गीत गाते हुए नजर आए।
#WATCH पंजाब: अमृतसर में लोगों ने होलिका दहन किया। #Holipic.twitter.com/VGO6GNCLIf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2022
दिल्ली: राजधानी दिल्ली के गोल मार्केट में लोगों ने होलिका दहन किया। #Holipic.twitter.com/A2OeAPBwCC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2022
वहीं दिल्ली के आरके पुरम में लोगों ने होलिका दहन करके और एक-दूसरे को रंग लगाकर होली का त्योहार मनाया। हिंदू धर्म में होलिका दहन की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, असुर हिरण्यकश्यपु का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था, लेकिन यह बात हिरण्यकश्यप को बिल्कुल अच्छी नहीं लगती थी। बालक प्रह्लाद को भगवान की भक्ति से विमुख करने का कार्य उसने अपनी बहन होलिका को सौंपा, जिसके पास वरदान था कि अग्नि उसके शरीर को जला नहीं सकती।
भक्त प्रह्लाद को मारने के उद्देश्य से होलिका उन्हें अपनी गोद में लेकर चिता में बैठ गयीं, चिता में आग लगाई गई, लेकिन प्रह्लाद अपनी भक्ति की शक्ति के कारण नहीं जले, खुद होलिका ही आग में जल गई। तब से आज के दिन होलिका दहन की परंपरा चली आ रही है।