ऊँ और गाय नाम सुनते ही कुछ लोगों के बाल-कान खड़े हो जाते हैं, करंट लग जाता हैः पीएम मोदी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 11, 2019 01:44 PM2019-09-11T13:44:58+5:302019-09-11T13:44:58+5:30
इस अवसर पर पीएम मोदी ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम में मथुरा में कचरे से प्लास्टिक बीनने का काम करने वाली महिलाओं का हाथ बंटाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गाय नाम सुनते ही कुछ लोगों को करंट लग जाता है। मथुरा रैली में मोदी ने कहा कि ऊँ शब्द सुनते ही कुछ लोगों के कान खड़े हो जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मथुरा में मवेशियों में मुंह एवं खुरपका रोग व ब्रूसेलोसिस के उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम में मथुरा में कचरे से प्लास्टिक बीनने का काम करने वाली महिलाओं का हाथ बंटाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गाय नाम सुनते ही कुछ लोगों को करंट लग जाता है। मथुरा रैली में मोदी ने कहा कि ऊँ शब्द सुनते ही कुछ लोगों के कान खड़े हो जाते हैं।
PM Modi in Mathura: Iss desh ka durbhagya hai ki kuchh logo ke kaan par agar 'om' aur 'gaaye' shabd padhta hai to unke baal khade ho jate hain, unko lagta hai desh 16th shatabdi mein chala gaya, aisa gyaan, desh barbaad karne walo ne desh barbaad karne mein kuchh nahi chhoda hai. pic.twitter.com/0imFNmxJU2
— ANI UP (@ANINewsUP) September 11, 2019
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा कहने वालों ने देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हमारे देश में पशुधन काफी बड़ी बात है, इसके बिना अर्थव्यवस्था, गांव कुछ नहीं चल सकता है। ब्रज भूमि ने हमेशा से ही पूरे देश, पूरे विश्व और पूरी मानवता को प्रेरित किया है। आज पूरा विश्व पर्यावरण संरक्षण के लिए रोल मॉडल ढूंढ रहा है।
PM Modi in Mathura: Today terrorism has become an ideology, which is not bound by national boundaries. This is a global problem. This has become a global threat whose deep roots are flourishing in our neighbourhood. https://t.co/FTjMibVOah
— ANI UP (@ANINewsUP) September 11, 2019
लेकिन भारत के पास भगवान श्रीकृष्ण जैसा प्रेरणा स्रोत हमेशा से रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि जिनकी कल्पना ही पर्यावरण प्रेम के बिना अधूरी है। पर्यावरण और पशुधन हमेशा से भारत के आर्थिक चिंतन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यही कारण है कि चाहे स्वच्छ भारत हो, जल जीवन मिशन हो या कृषि और पशुपालन को प्रोत्साहन देना चाहिए।
पीएम ने कहा कि प्रकृति और आर्थिक विकास में संतुलन बनाकर ही हम सशक्त और नए भारत के निर्माण की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। आज आतंकवाद एक विचारधारा बन गई है, जो किसी सरहद से नहीं बंधी है। ये एक Global problem है, जिसकी मजबूत जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं। आतंकवादियों को पनाह और प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत पूर्ण रूप से सक्षम है और हमने करके दिखाया भी है।