Hathras Stampede Incident: विपक्ष के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी आज हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं। शुक्रवार, 5 जुलाई की सुबह-सुबह ही कांग्रेस नेता हाथरस के लिए कार में निकल पड़े हैं। वह भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलेंगे और उनका हाल जानेंगे। 2 जुलाई की शाम को हाथरस में आयोजित सत्संग में करीब 123 लोगों की मौत हो गई। कार्यक्रम में मची भगदड़ में सैकड़ों लोग अब भी घायल है जिनका इलाज जारी है। वहीं, जिन परिवारों के लोगों की मृत्यु हो गई, उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
गौरतलब है कि धार्मिक उपदेशक नारायण साकर हरि के सत्संग में हुई, जिन्हें 'भोले बाबा' के नाम से भी जाना जाता है के आयोजन में यह भगदड़ मची। हादसे के बाद से भोले बाबा के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ रही है लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि वह मामले की तह तक जांच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेगी।
दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को हाथरस में सत्संग आयोजित करने वाले स्वयंभू संत 'भोले बाबा' की तलाश में मैनपुरी के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया। घटना पर प्रार्थना सभा के आयोजकों के नाम पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, लेकिन 'भोले बाबा' का नाम अभी तक नहीं बताया गया है। इससे पहले 4 जुलाई को मैनपुरी के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सुनील कुमार ने कहा था, "बाबा आश्रम के अंदर नहीं मिले हैं।"
डीएसपी मैनपुरी सुनील कुमार ने कहा, "आश्रम के अंदर 40-50 सेवादार हैं। वह ('भोले बाबा') अंदर नहीं हैं, न तो वह कल थे और न ही आज हैं।" एसपी सिटी राहुल मिठास ने कहा, "मैं आश्रम की सुरक्षा जांचने आया था। यहां कोई नहीं मिला।"
घटनाक्रम में बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए। आधिकारिक बयान के अनुसार, विषय वस्तु की व्यापकता और जांच में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। न्यायिक आयोग अगले दो महीनों में हाथरस भगदड़ के विभिन्न पहलुओं की जांच करेगा और जांच के बाद राज्य सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी।