हरियाणा: नये कृषि कानूनों के खिलाफ टोल पर किसानों ने मनाया काला दिवस
By भाषा | Updated: March 6, 2021 23:25 IST2021-03-06T23:25:16+5:302021-03-06T23:25:16+5:30

हरियाणा: नये कृषि कानूनों के खिलाफ टोल पर किसानों ने मनाया काला दिवस
जींद/सोनीपत/भिवानी (हरियाणा), छह मार्च नये कृषि कानूनों के खिलाफ जींद में बदोवाल टोल पर प्रदर्शनकारी किसानों ने शनिवार को काला दिवस मनाया और केन्द्र तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बदोवाल टोल पर धरने पर बैठे किसान काले झंडे लेकर और पर बाजू पर काली पट्टी बांध कर पहुंचे थे। पहले की तरह ही शनिवार को भी पांच किसानों ने क्रमिक अनशन किया।
टोल पर आदर्श जाट महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवनजीत बनवाला ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ले रही है। सरकार जाति और धर्म के नाम पर बांटकर किसान आंदोलन को कमजोर करना चाहती है, लेकिन हम कभी भी उसके इन मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे।’’
उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो प्रदर्शनकारी किसान विधानसभा और लोकसभा का भी घेराव करेंगे, लेकिन आंदोलन को सफल बनाकर ही रहेंगे।
इस बीच, राज्य के सोनीपत में आंदोलनरत किसानों ने अपनी पूर्व घोषणा के तहत कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे को कुछ घंटों के लिए अवरूद्ध कर दिया। किसानों ने मांडोठी टोल के पास केएमपी अवरूद्ध कर दिया। महिलाएं काली चुन्नी ओढ़ कर और किसान बाजू पर काली पट्टी बांध कर यहां पहुंचे थे।
भिवानी में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने एकत्रित होकर केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ काला दिवस मनाया।
वहां किसान नेता गंगाराम श्योराण ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
वहीं, युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने कहा कि गांव-गांव तक इस मुहिम को ले जाया जाएगा और 36 बिरादरी के लोगों को एकत्रित कर दिल्ली बॉर्डर पर जाकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का कार्य किया जाएगा।
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