चंडीगढ़ः कांग्रेस द्वारा सोमवार को राव नरेंद्र सिंह को हरियाणा इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के तुरंत बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी को राज्य में अपने "गिरते ग्राफ" पर आत्ममंथन करने की जरूरत है। अहीरवाल बेल्ट से आने वाले ओबीसी नेता राव सिंह (62) राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं।
उन्होंने उदय भान की जगह ली है जिन्हें अप्रैल 2022 में प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। पार्टी ने 78 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणाकांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नियुक्त किया। सिंह की नियुक्ति से दक्षिण हरियाणा में ओबीसी समुदाय में पार्टी की पकड़ मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।
राव की नियुक्ति के तुरंत बाद यादव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, "कांग्रेस को हरियाणा में पार्टी के 'गिरते ग्राफ' के बारे में आत्मचिंतन करने की जरूरत है... राहुल गांधी जी हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उसे चाहते थे जो स्वच्छ, बेदाग छवि वाला और युवा हो लेकिन फैसला उल्टा है। पार्टी कैडर का मनोबल अपने निम्नतम स्तर पर है।"
राव नरेंद्र सिंह हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष नियुक्त, हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी हार के लगभग एक साल बाद सोमवार को अपनी राज्य इकाई अध्यक्ष और विधायक दल का नेता नियुक्त किया। पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह को अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन नियुक्तियों को मंजूरी दी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के करीब एक साल बाद ये नियुक्तियां की गई हैं।
पिछले साल अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 90-सदस्यीय विधानसभा में 48 सीट के साथ लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही तो कांग्रेस को 37 सीट मिलीं। कांग्रेस ने इन नियुक्तियों के माध्यम से जाट और ओबीसी गठजोड़ को भी लक्ष्य बनाया है। राव नरेंद्र सिंह ने उदय भान का स्थान लिया है।
अहीर जाति से ताल्लुक रखने वाले राव नरेंद्र सिंह तीन बार विधायक और हुड्डा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। विधायक दल का नेता होने के चलते हुड्डा राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। पिछली विधानसभा में भी उन्होंने यह भूमिका निभाई थी। हरियाणा की राजनीति में दिग्गज जाट नेता की हैसियत रखने वाले हुड्डा दो बार मुख्यमंत्री, चार बार नेता प्रतिपक्ष, चार बार सांसद और छह बार विधायक रहे हैं।
वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। हरियाणा में करीब दो दशक बाद किसी गैर-दलित नेता को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। इससे पहले भजन लाल वैसे प्रदेश अध्यक्ष थे, जो गैर-दलित थे। उन्हें 2006 में इस भूमिका से मुक्त कर दिया गया था। भजन लाल के बाद फूलचंद मुलाना, अशोक तंवर, कुमारी सैलजा और उदय भान अध्यक्ष रहे, जो सभी दलित हैं।