हरियाणाः आज दिल्ली में होगा बीजेपी-जेजेपी के बीच मंत्रालयों का बंटवारा, अमित शाह लगाएंगे मुहर!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 3, 2019 10:25 AM2019-11-03T10:25:05+5:302019-11-03T10:25:05+5:30
शपथ ग्रहण के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दिल्ली पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी और जेजेपी ने अपने स्तर पर मंत्रालय तय कर लिए हैं जिस पर अमित शाह की स्वीकृति लेनी है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव का नतीजा 24 अक्टूबर को घोषित किया गया था। 10 दिन बाद भी खट्टर सरकार के मंत्रियों के नाम तय नहीं किए जा सके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इस पर आखिरी मुहर लगा सकते हैं। शपथ ग्रहण के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दिल्ली पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी और जेजेपी ने अपने स्तर पर मंत्रालय तय कर लिए हैं जिस पर अमित शाह की स्वीकृति लेनी है।
बीजेपी के सामने चुनौतियां
हरियाणा विधानसभा चुनाव में खट्टर सरकार के आठ मंत्री चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में नए चेहरों में किसे मंत्री पद दिया जाए इस पर संशय बरकरार है। निर्दलीय विधायकों में से किसे मंत्री बनाना है इस पर भी कोई एक राय नहीं बन सकी है। हालांकि रविवार की बैठक में इस उहापोह की स्थिति पर विराम लग सकता है।
विशेष सत्र के बाद मंत्रिमंडल विस्तार
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि विधानसभा के संभावित विशेष सत्र के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा तथा सत्तारूढ़ गठबंधन का न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार करने के लिए भाजपा और जजपा के नेताओं की एक समिति बनायी जाएगी। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आये खट्टर ने यहां हरियाणा भवन में मंत्रिमंडल की पहली बैठक की। केवल खट्टर और चौटाला ने ही रविवार को शपथ ली थी।
निगम और आयोग चेयरमैन के इस्तीफे
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बोर्ड, निगम और आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों के साथ शुक्रवार को बैठक की। इस दौरान अधिकांश ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। इन सभी जगहों पर नए सिरे से नियुक्तियां की जाएंगी।
गौरतलब है कि भाजपा के पास राज्य में सरकार बनाने के लिए छह सीटें कम थीं इसलिए उसने जेजेपी के साथ मिल कर सरकार बनाने का समझौता शुक्रवार को किया था। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 40 सीटें, जजपा को 10, कांग्रेस को 31, इनेलो और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक एक सीटें मिली है। सात निर्दलीय भी विजयी हुए हैं।