Har Ghar Tiranga Independence Day 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लोगों से 'हर घर तिरंगा' अभियान में भाग लेने की अपील की। शाह ने कहा कि हर भारतीय में बुनियादी एकता को जागृत करने वाला एक राष्ट्रीय आंदोलन बन गया है। शाह ने कहा कि नागरिकों को अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना चाहिए, उसके साथ एक सेल्फी लेनी चाहिए और तस्वीर को 'हर घर तिरंगा' वेबसाइट: hargarhtiranga.com पर अपलोड करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हरघरतिरंगा अभियान पिछले दो वर्षों में एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है। बुनियादी एकता को जागृत करता है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा त्याग, निष्ठा व शांति का प्रतीक है। हर घर तिरंगा अभियान आजादी के नायकों को याद करने, राष्ट्रप्रथम का संकल्प लेने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने का माध्यम है। प्रधानमंत्री रेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर यह अभियान बीते दो वर्षों से जन-जन का अभियान बन गया है।
आगामी 9 से 15 अगस्त तक आप भी अपने घरों में तिरंगा लहराकर वेबसाइट पर अपनी सेल्फी अपलोड करें। हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा त्याग, निष्ठा और शांति का प्रतीक है। हर घर तिरंगा अभियान आजादी के नायकों को याद करने का एक माध्यम है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि 13 अगस्त से 15 अगस्त तक घरों, कार्यालयों और दुकानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए।
Har Ghar Tiranga Independence Day 2024: क्या है 'हर घर तिरंगा' अभियान-
'हर घर तिरंगा' अभियान आज़ादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा है। इसकी शुरुआत लोगों को तिरंगे को घर लाने और भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी। इस पहल के पीछे का विचार लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
आज़ादी का अमृत महोत्सव आज़ादी के 75 साल और अपने लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का जश्न मनाने और स्मरण करने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। यह महोत्सव भारत के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को उसकी विकासवादी यात्रा में इतना आगे लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बल्कि उनके भीतर आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित भारत 2.0 को सक्रिय करने के पीएम मोदी के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति और क्षमता भी है। संस्कृति मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए 'हर गर तिरंगा' अभियान के तहत कई कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, जिसमें भारी जन भागीदारी की उम्मीद है और अब यह एक जन आंदोलन में बदल गया है।