Gyanvapi row: काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर पर आपत्तिजनक टिप्पणी, लखनऊ विवि के प्रोफेसर रविकांत पर हमला, जानें
By भाषा | Updated: May 18, 2022 19:43 IST2022-05-18T19:38:48+5:302022-05-18T19:43:09+5:30
Gyanvapi row: कार्तिक पांडे समाजवादी पार्टी के आनुषांगिक संगठन समाजवादी छात्र सभा का पदाधिकारी भी है। घटना के बाद संगठन से निकाल दिया गया है।

प्रोफेसर रवि कांत ने भी पुलिस से इसकी शिकायत की थी।
लखनऊः काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद खबरों में आए लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रविकांत पर बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में एक छात्र ने हमला कर दिया।
प्रोफेसर रविकांत ने आरोप लगाया कि दोपहर करीब एक बजे प्रॉक्टर कार्यालय के बाहर कार्तिक पांडे नामक छात्र नेता ने उन पर हमला किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उसने उनके साथ गाली-गलौज की और जाति सूचक शब्द कहे, उसके बाद मारपीट भी की। उन्होंने बताया कि उनके साथ चल रहे दो सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर छात्र नेता को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
यह घटना बताती है कि उन्हें जान का लगातार खतरा बना हुआ है। इस मामले में पुलिस से शिकायत की गई है। इस बीच, लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर रवि कांत पर हमला करने के आरोपी छात्र नेता कार्तिक पांडे को निलंबित कर दिया है।
कार्तिक पांडे समाजवादी पार्टी के आनुषांगिक संगठन समाजवादी छात्र सभा का पदाधिकारी भी है। घटना के बाद संगठन से निकाल दिया गया है। यह घटना भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश समिति के सदस्य अमन दुबे द्वारा प्रोफेसर रविकांत के खिलाफ भावनाएं भड़काने तथा आईटी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने के एक हफ्ते बाद हुई है।
दुबे ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि प्रोफेसर रवि कांत ने एक यूट्यूब चैनल पर परिचर्चा के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने इसके बाद उनके आवास के बाहर प्रदर्शन किया था। प्रोफेसर रवि कांत ने भी पुलिस से इसकी शिकायत की थी।