गांधीनगरः गुजरात के राजकोट और जामनगर में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई। बाढ़ के पानी में फंसे 200 से अधिक लोगों को बचाया गया और दोनों जिलों में 7,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। भारी बारिश के चलते हुई घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई।
जामनगर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग और सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट, जामनगर और जूनागढ़ जिलों से गुजरने वाले 18 राज्य राजमार्गों को बाढ़ के कारण बंद कर दिया गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। कई गांवों का संपर्क टूट गया है, क्योंकि उन्हें जोड़ने वाली कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं।
राजकोट के कलावाड़ और जामनगर जिले के जाम जोधपुर में कार बह जाने की अलग-अलग घटनाओं में क्रमश: एक महिला और दो पुरुषों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की कई टीम को राजकोट, जूनागढ़ और जामनगर भेजा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि फोफल नदी पर एक पुल गिर गया, जिससे राजकोट जिले में जाम कंडोरना और गोंडल को जोड़ने वाली सड़क बंद हो गई। जूनागढ़ जिले में भारी बारिश हुई। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल जिले का दौरा करेंगे और स्थिति का जायजा लेंगे।
भारतीय वायु सेना (IAF), नौसेना और तटरक्षक बल को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों को बुलाया गया है। राज्य में सबसे अधिक 516 मिमी बारिश हुई। सौराष्ट्र के जूनागढ़ जिले के विसावदर तालुका में 468 मिमी, जबकि जामनगर के कलावाड़ में 406 मिमी, राजकोट तालुका में -325 मिमी और राजकोट में धोराजी में 250 मिमी बारिश दर्ज की गई।
अधिकारी ने बताया कि जामनगर और कलावाड़ के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा बाढ़ के कारण अवरुद्ध हो गया जबकि जामनगर, अमरेली और पोरबंदर छह राज्य राजमार्ग और विभिन्न जिलों में 58 गांव की सड़कें इसी तरह प्रभावित हुईं।