गुजरात: भारत बायोटेक के नए संयंत्र से कोवैक्सीन की पहली वाणिज्यिक खेप रवाना
By भाषा | Updated: August 29, 2021 18:07 IST2021-08-29T18:07:59+5:302021-08-29T18:07:59+5:30

गुजरात: भारत बायोटेक के नए संयंत्र से कोवैक्सीन की पहली वाणिज्यिक खेप रवाना
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुजरात में भरूच जिले के अंकलेश्वर स्थित भारत बायोटेक के नए संयंत्र से रविवार को कोवैक्सीन टीके की पहली वाणिज्यिक खेप रवाना की। मांडविया ने इसे कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई की यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण बताया। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, भारत बायोटेक की चिरोन बेहरिंग टीका इकाई से कोविड-19-रोधी टीके की पहली खेप को राष्ट्र को समर्पित करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रविवार से शुरू होने वाले नए संयंत्र में प्रति माह एक करोड़ से अधिक खुराक की निर्माण क्षमता है और इस इकाई में बने टीके सितंबर 2021 से आपूर्ति के लिए उपलब्ध होंगे। भारत बायोटेक द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में मांडविया के हवाले से कहा गया, “भारत कोविड-19 के प्रसार को धीमा करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और इसे हासिल करने की कुंजी तेज और कुशल टीकाकरण में निहित है। हम प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए टीके की समान पहुंच सुनिश्चित करना चाहते हैं और भारत बायोटेक द्वारा कोवैक्सीन की उत्पादन इकाई का विस्तार हमें इस लक्ष्य के करीब ले जाएगा।’’ मांडविया रसायन और उर्वरक मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रमों में से एक इसके स्वदेशी टीकों के विकास के कारण संभव हुआ है। भारतीय बहुराष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी कंपनी भारत बायोटेक ने पहले ही अपने हैदराबाद, मलूर, बेंगलुरु और पुणे परिसरों में कई उत्पादन इकाइयां स्थापना की हैं, और चिरोन बेहरिंग, अंकलेश्वर को जोड़ने से इसकी कोवैक्सीन उत्पादन क्षमता में और वृद्धि होगी। कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में है। इस मौके पर उपस्थित भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्ण इला ने कहा कि कंपनी अब लगभग एक अरब खुराक की वार्षिक क्षमता के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि वह कोवैक्सीन की मांग को पूरी तरह से पूरा करे ताकि देश और दुनिया भर के लोगों के पास अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुरक्षित करने के लिए इसकी पहुंच हो। इसके अलावा, मांडविया ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के तुरंत बाद ट्वीट किया, ‘‘देश को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मजबूत करने के लिए सबसे जरूरी है टीकाकरण। आज अंकलेश्वर, गुजरात स्थित भारत बायोटेक के संयंत्र से कोवैक्सीन की पहली वाणिज्यिक खेप को रवाना किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे देश में टीकों की आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी एवं हर भारतीय तक टीका पहुंचाने में मदद मिलेगी।’’ सरकार ने इस महीने की शुरुआत में भारत बायोटेक के अंकलेश्वर स्थित विनिर्माण संयंत्र को कोविड-19 रोधी कोवैक्सीन टीके का उत्पादन करने की मंजूरी दी थी। भारत बायोटेक ने मई में घोषणा की थी कि उसने अंकलेश्वर स्थित अपनी सहायक कंपनी के संयंत्र में कोवैक्सीन की अतिरिक्त 20 करोड़ खुराक के उत्पादन की योजना बनाई है। हैदराबाद स्थित कंपनी ने कहा था कि वह अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली चिरोन बेहरिंग इकाई के विनिर्माण संयंत्र में कोवैक्सीन की अतिरिक्त 20 करोड़ खुराक बनाएगी। इस अवसर पर नवसारी के सांसद सी. आर. पाटिल, विधायक ईश्वर सिंह पटेल और दुष्यंत पटेल भी मौजूद थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत रविवार सुबह तक कोविड-19 टीके की 63.09 करोड़ खुराक लगाई गई हैं।
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