गूगल ने कर्मचारियों की छंटनी, कंपनी ने भारत के 453 कर्मचारियों को निकाला
By अंजली चौहान | Published: February 17, 2023 10:47 AM2023-02-17T10:47:36+5:302023-02-17T10:52:02+5:30
गौरतलब है कि पिछले महीने गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट इंक ने ऐलान किया था कि वैश्विक स्तर पर अपने कुल कर्मचारियों में से 6 प्रतिशत की छंटनी करेगी।
नई दिल्ली: गूगल इंडिया ने बड़ा झटका देते हुए एक साथ 453 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से ये खबर आई है कि गूगल इंडिया ने गुरुवार देर रात ये कार्रवाई की है। कंपनी के कंट्री हेड और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने गूगल इंडिया से संबंधित कर्मचारियों को एक ईमेल के जरिए देर रात ये सूचना दी है।
गौरतलब है कि पिछले महीने गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट इंक ने ऐलान किया था कि वैश्विक स्तर पर अपने कुल कर्मचारियों में से 6 प्रतिशत की छंटनी करेगी। इसका मतलब हुआ कि 12,000 कर्मचारियों के हाथ से नौकरी जाने वाली है। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि 453 लोगों की छंटनी में 12,000 नौकरियों की कटौती शामिल है या ये नए दौर की छंटनी है।
कंपनी के सीईओ ने ली जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी कर्मचारियों को ईमेल किया, जिसमें कहा गया कि वह, उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं जो हमें यहां ले आई है। उन्होंने कहा, "हम पहले ही अमेरिका में प्रभावित कर्मचारियों को एक अलग ईमेल भेज चुके हैं। अन्य देशों में स्थानीय कानूनों और नियमों के कारण समय अधिक लग रहा है।
गूगल के सीईओ पिचाई ने अपने कर्मचारियों को इस संबंध में 20 जनवरी को ईमेल भेजते हुए कहा था कि कंपनी ने एक कठोर कदम उठाया है उत्पाद क्षेत्र और कार्यों में हमारे लोगों की भूमिकाएं सर्वोच्च रही हैं।
बता दें कि हाल के महीनों में गूगल के भारत संचालन में ये छंटनी तकनीकी क्षेत्र में एक श्रृंखला की तरह है। मैक्रोइ़कॉनॉमिक हेडविंग का सामना करते हुए, अल्फाबेट, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी दिग्गज कंपनियों ने बड़े पैमाने पर छंटनी की पहेल ही घोषणा थी।
जनवरी में माइक्रोसॉफ्ट ने यह बताया कि उसने अपने 10,000 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है, जो कि उसके कर्मचारियों की संख्या का लगभग 5 प्रतिशत था। फेसबुक की मेटा कंपनी ने भी इसी कड़ी में वैश्विक स्तर पर अपने 11,000 पदों को खत्म कर दिया था। इसी तरह अमेजन, ट्विटर ने भी बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी की, जिससे कारण बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं।