कश्मीरी पंडितों को लेकर बोले गुलाम नबी आजाद- उन्हें अस्थायी रूप से जम्मू में स्थानांतरित किया जाना चाहिए
By मनाली रस्तोगी | Published: December 26, 2022 12:25 PM2022-12-26T12:25:42+5:302022-12-26T12:27:54+5:30
गुलाम नबी आजाद ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि रोजगार से ज्यादा महत्वपूर्ण जीवन है और सरकार को कश्मीरी पंडितों को जम्मू स्थानांतरित करना चाहिए।
श्रीनगर: डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कश्मीर में स्थिति में सुधार होने तक जम्मू-कश्मीर सरकार के कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को अस्थायी रूप से जम्मू में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। उन्होंने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि रोजगार से ज्यादा महत्वपूर्ण जीवन है और सरकार को कश्मीरी पंडितों को जम्मू स्थानांतरित करना चाहिए।
आजाद ने कहा, "सरकार को चाहिए कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का तबादला जम्मू कर दे और स्थिति में सुधार होने पर ही उनका तबादला वापस किया जाए। अगर हमारी सरकार सत्ता में आती है तो हम स्थिति में सुधार होने तक कश्मीरी पंडितों को जम्मू स्थानांतरित कर देंगे।" एलजी मनोज सिन्हा ने पिछले हफ्ते कहा था कि घाटी में सेवा देने वाले कश्मीरी पंडितों को उनके कर्तव्यों में शामिल नहीं होने पर उनके वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा।
प्रवासी कश्मीरी पंडित सरकार के फैसले का विरोध करते हुए दावा कर रहे हैं कि उन्हें आतंकियों से खतरा है और वे काम पर वापस नहीं जा सकते। एएनआई ने कश्मीरी पंडित के हवाले से कहा, "हमें बार-बार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं, ताजा मामला बुधवार रात का है। हमें बताया गया था कि हमारी पोस्टिंग की जगह के बाहर एक पुलिसकर्मी तैनात किया जाएगा। लेकिन हमें प्रशासन की सुरक्षा नीति पर भरोसा नहीं है।"