नई दिल्ली, 18 जून। पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या के मामले में दक्षिणपंथी समूह श्री राम सेना और राष्ट्रीय हिंदू सेना के प्रमुख प्रमोद मुथालिक विवादित बयान देते हुए उन्हें 'कुत्ता' बताया। इस मामले में प्रमोद मुथालिक ने कहा कि, उनके समूह का पत्रकार और कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है। गौरी लंकेश की हत्या का विरोध करने वाले लोगों ने कांग्रेस के असफल होने का विरोध क्यों नहीं किया?
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इसके बाद मुथालिक ने कहा कि, वो आरोप लगाते रहे कि गौरी लंकेश की हत्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुप्पी तोड़े। वो चाहते थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गौरी लंकेश की मौत पर प्रतिक्रिया दें। अगर कर्नाटक में कुछ कुत्ते मर जाएं तो मोदी को क्यों प्रतिक्रिया देनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि क्या हर कुत्ते की मौत के लिए प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार है।
बता दें कि गौरी लंकेश की हत्या हत्या की बात कबूल चुके परशुराम वाघमोरे के परिवार को आर्थिक मदद देने के लिए श्रीराम सेना चंदा जुटा रही है। श्रीराम सेना ने इसके लिए बाकायदा मदद के लिए आगे बढ़ते हुए सोशल मीडिया फेसबुक से लोगों से अपील की है। श्रीराम सेना के कई कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने फेसबुक पेज से परशुराम वाघमोरे के परिवार को आर्थिक मदद के लिए चंदे की अपील वाला पोस्टर शेयर की है।
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इसमें लोगों से यह अपील की गई है कि परशुराम वाघमोरे का परिवार गरीब है और इसलिए लोगों को उसकी आर्थिक मदद करनी चाहिए। फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्टर में परशुराम वाघमोरे की एक तस्वीर भी लगी है और लिखा है, 'धर्म की रक्षा करने वाले की आर्थिक मदद को आगे आएं.' इस पोस्टर में बैंक अकाउंट की पूरी डिटेल भी दी गई है। जिसमें चंदे की राशि जमा करने के लिए अपील किया गया है।
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पिछले दिनों गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने मामले में श्रीराम सेना के विजयपुरा जिला अध्यक्ष राकेश मथ को पूछताछ के लिए समन भेजा था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मथ से पूछताछ करने का निर्णय किया है क्योंकि गौरी को गोली मारने वाला संदिग्ध परशुराम वाघमारे इसी हिंदुत्ववादी संगठन का सक्रिय सदस्य है।
गौरी लंकेश को बेंगलुरु के उनके घर के ठीक सामने 5 सितंबर, 2017 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परशुराम वाघमारे गौरी लंकेश की हत्या के संबंध में गिरफ्तार किए गए छह संदिग्धों में से एक है। एसआईटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी कहा कि गौरी और तर्कवादी एवं अंधविश्वास विरोधी गोविंद पानसरे तथा एमएम कलबुर्गी को गोली मारने के लिए एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया था।
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