एक ही बंदूक से हुई थी गौरी लंकेश और एमएम कलबुर्गी की हत्या: फोरेंसिक रिपोर्ट
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 8, 2018 02:34 PM2018-06-08T14:34:19+5:302018-06-08T14:45:20+5:30
77 वर्षीय कलबुर्गी की 30 अगस्त 2015 को धारवाड़ में हत्या कर दी गयी थी। गौरी लंकेश की पाँच सितम्बर 2017 को बेंगलुरु में हत्या की गयी थी।
कर्नाटक पुलिस के विशेष जाँच दल (एसआईटी) द्वारा अदालत में जमा की गई फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार कन्नड़ विद्वान और लेखक एमएम कलबुर्गी और पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या में एक ही 7.55 एमएम कंट्री गन से हत्या की गयी थी। 77 वर्षीय कलबुर्गी की 30 अगस्त 2015 को धारवाड़ में हत्या कर दी गयी थी। गौरी लंकेश की पाँच सितम्बर 2017 को बेंगलुरु में हत्या की गयी थी। एसआईटी ने गौरी लंकेश हत्या मामले में बेंगलुरु की स्थानीय अदालत में 30 मई को आरोपपत्र दायर किया।
इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट किया है कि फोरेंसिक रिपोर्ट से इस बता को बल मिलता है कि कलबुर्गी और लंकेश की हत्या के पीछे एक ही समूह का हाथ है। इससे पहले आई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गौरी लंकेश की हत्या के स्थान पर मिली गोलियों और खोखों की प्राथमिक फोरेंसिक जांच के बाद दोनों हत्याओं में एक ही बंदूक़ के इस्तेमाल की आशंका जतायी गयी थी।
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पुलिस गौरी लंकेश की हत्या के मुख्य आरोपी केटी नवीन समेत सभी पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने 30 मई को नवीन कुमार के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया। पुलिस के तीन गौरी लंकेश की हत्या की जगह से मिली थीं। ये तीनों गोलियाँ निशान से चूक गई थीं। गौरी लंकेश के शरीर से चार गोलियाँ मिली थीं जिनके खोखे वहीं पड़े हुए थे।
विशेष जांच दल (एसआईटी) ने नवीन कुमार के अलावा मनोहर गुंडप्पा इडवे (30), सुजीत कुमार उर्फ प्रवीण (37), अमोल काले उर्फ भाईसाब (40) और अमित को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया और पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में भेजने की मांग की थी। अदालत ने सभी को 10 दिनों की पुलिस रिमाण्ड पर भेज दिया था।
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एसआईटी ने 650 पन्नों की चार्जशीट दर्ज की। जिसमें नवीन कुमार को इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी बताया गया था। इस चार्जशीट में 131 लोगों के बयान भी शामिल हैं। जिसमें फोरेंसिक साइंस लैब के अधिकारियों समेत आरोपी केटी नवीन और प्रवीण का भी बयान लिया गया।
चार्जशीट के मुताबिक आरोपी नवीन, गौरी लंकेश के हत्यारों को पहले से जानता था। इस मामले में अब जल्द से जल्द से अडिशनल चार्जशीट दाखिल की जाएगी। चार्जशीट की मानें तो आरोपी प्रवीन ने गौरी लंकेश के घर की हत्या के पहले रेकी किया करता था। रेकी करने के बाद वह शूटर्स को जानकारी दिया करता था।
बता दें कि पिछले वर्ष 2017 सितंबर माह में वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की अज्ञात हमलावरों ने उनके निवास पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक अनुसार, गौरी को रात लगभग 8.30 बजे उस समय बिल्कुल करीब से गोली मारी गई। इस वक्त जब वह राजराजेश्वरी नगर में अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गौरी के माथे पर तीन गोलियां दागी गईं थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई है। एसआईटी इस मामले में अतिरिक्त आरोपपत्र भी दायर कर सकती है।
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