चार साल मोदी सरकार: 'गंगा मइया के बुलावे' पर पहुंचे थे वाराणसी, चार सालों में कितनी बदली काशी!
By स्वाति सिंह | Updated: May 26, 2018 14:30 IST2018-05-24T07:52:44+5:302018-05-26T14:30:16+5:30
गौरतलब है कि चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी वाराणसी को लगभग 40 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात दे चुके हैं।

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नई दिल्ली, 24 मई: 'गंगा मईया ने मुझे बुलाया है' यही कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल पहले वाराणसी चुनाव लड़ने गए थे। वाराणसी में भारी मतों से जीतकर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। बीजेपी सरकार को सत्ता में आए चार साल होने वाले हैं। ऐसे में एक भव्य समारोह का आयोजन होना तो तय है। गौरतलब है कि चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी वाराणसी को लगभग 40 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात दे चुके हैं। लेकिन अब सवाल यह है कि पिछले चार सालों में आखिर काशी कितनी बदली।
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नमामि गंगे'
प्रधानमंत्री की योजनाओं में से सबसे महत्त्वाकांक्षी योजना है 'नमामि गंगे'। गंगा की की स्थिति का ख्याल रखने की जिम्मेदारी साध्वी उमा भारती को दी गई। लेकिन आज भी गंगा की हालत में कोई सुधार नजर नहीं आता। गंगा का पानी बिलकुल मैला हो चुका है इसमें रह रहे जीव-जंतु मर रहे हैं। इसके अलावा काशी में क्योटो बनाने की घोषणा भी कही दबी नजर आ रही है। काशी को स्मार्ट सिटी का दर्जा तो मिला है, लेकिन इन सब के बीच इसकी स्मार्टनेस कही धूमिल पड़ गई है।
स्वच्छता
वाराणसी में स्वच्छता की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। बता दें कि लगभग 320 करोड़ रुपये लगाकर अमृत योजना की शुरूआत की गई है। जिसके तहत पानी और सीवेज व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही लगभग 6।88 करोड़ रुपये लगाकर सीएसआर की मदद से करसड़ा में अच्छा कूड़ा-कचड़ा प्रबंधन के लिए कदम उठाया गया। अब शहर के सभी 90 वार्ड में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए 12 करोड़ का बजट रखा गया है। जिससे शहर साफ रहे। और इसकी स्वच्छता बनी रहे।
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रेलवे स्टेशन और सौंदर्यीकरण
मोदी सरकार ने वाराणसी से वड़ोदरा के लिए नई ट्रेन की सौगात दी। जिसका उद्घाटन उन्होंने बीते वर्ष किया था। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन को भी नए आधुनिक तौर पर बनाया गया है। बता दें कि वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर स्वचालित बनाई गई और यात्रियों के लिए विश्रामगृह भी बनवाया गया है। वाराणसी की ऐतिहासिक धरोहर को सहेजने के लिए पीएम मोदी का एक ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। जिसके अंतर्गत कुल आठ करोड़ रुपये लगाकर दुर्गाकुंड, लक्ष्मीकुंड और लाटभैरव कुंड की सफाई और जीर्णोद्धार, 80 करोड़ में म्यूजिक हेरिटेज वॉक के बनाने का काम अभी चल रहा है।
वाराणसी में बुनकरों के लिए सौगात
वाराणसी में बुनकरों पर पीएम मोदी कुछ मेहरबान नजर आए हैं। उन्होंने 213 करोड़ रुपये लगाकर यहां ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर व क्राफ्ट म्यूजियम की स्थापना कराई। और साथ ही 32 करोड़ रुपये लगाकर 25 हजार हाथ कारीगरों, बुनकरों के लिए नौ कॉमन फैसिलिटी सेंटर और 10 ब्लॉक क्लस्टर भी बनवाए हैं। हालांकि ट्रेंड फैसिलिटी अभी सिर्फ पर्यटकों को ही रिझाता है।
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वाराणसी से किया था यह वादा-
- 300 करोड़ लगाकर पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल
- 140 करोड़ लगाकर होमी भाभा कैंसर अस्पताल
- 500 करोड़ लगाकर डीरेका का विस्तारीकरण (मेक इन इंडिया के अंतर्गत )
-400 करोड़ लगाकर कैंट और मंडुआडीह रेलवे स्टेशन
- 90 करोड़ लगाकर हेरिटेज वाक
- हर हाथ रोजगार के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में पहले टेक्निकल इंस्टिट्यूट
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अभी तक अधूरी पड़ी यह परियोजनाएं-
नई टैंक सीवर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, राजातालाब का निर्माण, चौकघाट फ्लाईओवर, सात हाइवे का निर्माण, कैंसर हॉस्पिटल, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण आदि।
इन परियोजनाओं पर अभी काम चालू नहीं हुआ-
कान्हा उपवन का निर्माण, मल्टीलेवल पार्किंग ( गौदोलिया ), नमामि परियोजना में 26 घटों का जीर्णोद्धार, दशास्वमेध घाट का निर्माण, बतपुर एयरपोर्ट आदि।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने हृदय और प्रसाद योजना के अंतर्गत वहां के विरासतों को खूब सहेजा है. फिलहाल वहां मेट्रो से सिटी को स्मार्ट बनाने की कोशिश जारी है।
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