अगरतला/कोलकाता, 31 अक्टूबर पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राजीव बनर्जी रविवार को त्रिपुरा के अगरतला में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की एक रैली में टीएमसी में लौट आए।
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में मंत्री रहे राजीव बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री द्वारा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नहीं छोड़ने के लिए कहने के बावजूद उन्हें विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने के लिए ‘‘पश्चाताप’’ हुआ।
राजीव को कुछ हफ्ते पहले भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का सदस्य बनाया गया था। वह हावड़ा जिले के डोमजुड़ से विधानसभा चुनाव में मुकाबले में उतरे थे, लेकिन सफलता नहीं मिली।
राजीव ने कहा, ‘‘मुझे एहसास हुआ कि मैं भाजपा की घृणा और विभाजनकारी विचारधारा की राजनीति को स्वीकार नहीं कर सकता। मैं भाजपा की जनविरोधी नीतियों को स्वीकार नहीं कर सकता।’’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कई बार भाजपा नेतृत्व को अपनी राय दी थी और ममता बनर्जी पर व्यक्तिगत हमले और निंदा की आलोचना की थी, लेकिन किसी ने नहीं सुनी।’’
राजीव ने दावा किया कि उन्होंने गलतफहमी के कारण टीएमसी छोड़ दी और चुनाव से पहले भाजपा के प्रचार अभियान से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘ये सभी वादे झूठ थे और मैं उनके साथ नहीं रह सकता था। मुझे खेद है और अब पश्चाताप हो रहा है। मैं ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में काम करूंगा।’’
पश्चिम बंगाल में दो मई को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद बनर्जी भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में नहीं दिखे और अक्सर सार्वजनिक रूप से भाजपा नेतृत्व की आलोचना की।
भाजपा ने कहा कि बनर्जी का टीएमसी में शामिल होना ‘अनैतिक’ है। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि बनर्जी का पार्टी छोड़ने का कोई कारण नहीं था क्योंकि वह विधानसभा चुनाव लगभग 50,000 मतों से हार गए थे।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राजीव बनर्जी ने कोई गलती नहीं की बल्कि उनकी पार्टी के नेतृत्व ने की जो ‘‘ऐसे व्यक्ति की पहचान’’ नहीं कर पाई।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सतरूप घोष ने कहा कि भाजपा और टीएमसी ‘गिरगिट’ के समान हैं, जो बार-बार रंग बदलते हैं।
राजीव को शामिल किए जाने को लेकर टीएमसी के भीतर भी असंतोष उभरा है। टीएमसी के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि राजीव बनर्जी भ्रष्ट हैं। कल्याण ने कहा, ‘‘ममता दीदी ने विधानसभा चुनाव से पहले डोमजुड़ में एक बैठक में सार्वजनिक रूप से कहा था कि राजीव बनर्जी के पास दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट में तीन-चार मकान हैं और वह दुबई में अवैध धन लेनदेन में संलिप्त रहे हैं। उन्हें वापस क्यों लिया गया, इसका जवाब पार्टी के आला नेता ही दे सकते हैं।
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