नई दिल्लीः केरल में एक गर्भवती हथिनी की मौत अब सियासी रंग लेने लगी है. बीजेपी सांसद और पूर्व मंत्री मेनका गांधी ने वायनाड से सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधा है.
मेनका गांधी ने कहा " राहुल गांधी उसी क्षेत्र से हैं, उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? गर्भवती हथिनी की मौत के लिए वन विभाग के सचिव और मंत्री को हटा देना चाहिए. मेनका गांधी ने इस घटना को भयानक बताते हुए कहा कि आपको कैसा लगा अगर आपके साथ ऐसा और वो भी जब गर्भवती हालात में हो."
"भारत का सबसे हिंसक ज़िला"
इससे पहले मेनका गांधी ने इसे हत्या करार दिया था. मेनका गांधी ने कहा कि मलप्पुरम ऐसी घटनाओं के लिए कुख्यात है. ये भारत का सबसे हिंसक ज़िला है. यहां पर लोग सड़कों पर ज़हर फेंक देते है जिससे 300 से 400 पक्षी और कुत्ते एक साथ मर जाएं.
मेनका गांधी ने कहा कि केरल सरकार ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया है. लगता है कि सरकार डरी हुई हैं. हर तीसरे दिन एक हाथी की हत्या होती है. मेनका गांधी ने कहा कि भारत में सिर्फ 20 हज़ार हाथी बचे हैं और हाथियों की संख्या तेज़ी से कम हो रही है.
सरकार ने क्या लिए एक्शन
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा "जो गर्भवती हाथी को मारने के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वन विभाग मामले की जांच कर रहा है और दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा. "
क्या है पूरा मामला
केरल के कोच्चि में एक गर्भवती हथिनी को किसी आदमी व्यक्ति ने पटाखे से भरा अनानास खाने को दिया. खाने के बाद पटाखा हथिनि के मुंह में फंट गया जिससे वो घायल हो गई और फिर उसकी मौत हो गई. 27 मई को ‘साइलेंट वैली फॉरेस्ट’ में एक गर्भवती के साथ ये घटना घटी थी.
बताया जा रहा है कि अप्रैल में भी कोल्लम जिले के पुनालुर इलाके के पथनापुरम में इसी तरह से एक हथिनी की मौत हो गई थी. अप्रैल में जिस हथिनी के साथ ऐसा हादसा हुआ था वो अपने झुंड से अलग मिली थी. उस हथिनी का जबड़ा टूटा हुआ था और वह चल नहीं पा रही थी.
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथियों का झुंड एक दिन में कई किलोमीटर चलता है और इसकी वजह से एकदम सटीक स्थान का पता लगाना मुश्किल है. इसी बीच केरल के वन मंत्री के राजू ने शीर्ष वन्य अधिकारियों से हथिनी की मौत के संबंध में रिपोर्ट मांगी है.
साइलेंट घाटी में हथिनी कुछ खा पाने में असमर्थ थी क्योंकि उसने अनानास में भरे पटाखे चबा लिए थे और पटाखे उसके मुंह में ही फट गया था. वन संरक्षण मुख्य सचिव (वन्य जीव) सुरेंद्र कुमार ने बताया कि यह घटना साइलेंट घाटी के अट्टापडी में हुई और उसकी मौत मल्लापुरम जिले के वेलियार नदी में 27 मई को हो गई. सुरेंद्र कुमार ने उन्होंने इस मामले में दोषी को अरेस्ट करने के निर्देश दिए हैं.
कैसे सामने आया मामलावन्य अधिकारी मोहन कृष्णा द्वारा इस बारे में संबंध में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखने के बाद यह मामला लोगों की नज़र में आया था. कृष्णा ने वेलियार नदी में हथिनी की मौत को लेकर पोस्ट में लिखा, ‘‘ जब हमने उसे देखा तो वह अपना मुंह पानी में डाले खड़ी थी. उसके अंदर यह भावना आ गई थी कि वह अब मरने वाली है. और वह खड़े होकर जलसमाधि में चली गई थी. ’’
इनपुट भाषा