भारत में पहली बार हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के प्रयोग के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया, शंभू सीमा पर हुआ प्रयोग
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: February 14, 2024 04:27 PM2024-02-14T16:27:11+5:302024-02-14T16:44:40+5:30
पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित शंभू सीमा पर दिल्ली आने की कोशिश करने वाले किसानों को रोकने के लिए अभूतपूर्व संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती गई है। यहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) का इस्तेमाल किया।
नई दिल्ली: किसान आंदोलन के दौरान हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को आंसू गैस उपकरणों के इस्तेमाल के लिए ड्रोन का उपयोग किया। हरियाणा पुलिस ऐसा करने वाली देश की पहली पुलिस बन बन गई है। पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित शंभू सीमा पर दिल्ली आने की कोशिश करने वाले किसानों को रोकने के लिए अभूतपूर्व संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती गई है। यहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) का इस्तेमाल किया।
Tear gas drones being used by the police at #Shambhu border to stop the farmers. #FarmerProtest#FarmerProtest2024pic.twitter.com/ebsk6xQixT
— Sneha Mordani (@snehamordani) February 13, 2024
बता दें कि कड़ों किसान बुधवार सुबह एक बार फिर अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने के लिए पंजाब-हरियाणा की दो सीमाओं पर डटे रहे। वहीं, अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत हरियाणा की सीमा पर अवरोधक हटाने का नए सिरे से प्रयास किया।
पुलिस ने हरियाणा के जींद जिले में दाता सिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। पुलिस के मुताबिक, इस झड़प में नौ पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। ‘दिल्ली चलो’ मार्च में भाग लेने के लिए पंजाब के कई स्थानों से किसानों का आना जारी है। पंजाब की ओर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी देखी जा सकती हैं। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जब कुछ किसान शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड के पास एकत्र हुए तो हरियाणा पुलिस ने बुधवार सुबह आंसू गैस के कई गोले दागे। प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि वे राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करने के लिए दृढ़ हैं। कई युवा किसानों ने शंभू बॉर्डर पर बहुस्तरीय अवरोधक हटाने के लिए अपने ट्रैक्टर तैयार रखे हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों ने हरियाणा पुलिस द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले के प्रभाव को कम करने के लिए पानी के टैंकरों की भी व्यवस्था की है। किसान आंसू गैस के गोले के प्रभाव को सीमित करने के लिए पानी की बोतलें और गीले कपड़े भी ले जाते दिखे। कई किसानों ने कहा कि मंगलवार को हरियाणा पुलिस द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले के कारण उन्हें सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन हुई।