वित्त मंत्री सीतारमण ने चिदंबरम को याद दिलाया 2012 का बयान, कहा-आपने कहा था कि शहरी मध्य वर्ग पानी की बोतल, आइसक्रीम खरीदने में सक्षम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 5, 2019 07:09 PM2019-12-05T19:09:04+5:302019-12-05T19:50:28+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है। सीतारमण ने बिना नाम लिए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर हमला किया है। उन्होंने कहा था, ‘‘मेरे परिवार में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं होता।’’ इस पर उनकी अलोचना हो रही है।
प्याज पर दिये अपने बयान के कारण विपक्ष के निशाने पर आयीं निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को इस बात का कड़ा प्रतिकार किया कि मोदी सरकार ‘‘संभ्रातवादी’’ है।
साथ ही उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता तो सरकार उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना जैसी आम लोगों से जुड़ी योजनाएं कभी नहीं लाती। राज्य सभा में सीतारमण ने कराधान विधि (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने यह बात कल लोकसभा में की गयी एक टिप्पणी के संदर्भ में कही।
उन्होंने कल लोकसभा में अनुदान की अनुपूरक मांगों पर चर्चा के जवाब में कहा था, ‘‘उनका परिवार प्याज को बहुत अधिक महत्व नहीं देता है।’’ उनकी इस टिप्पणी को लेकर विपक्षी नेताओं ने निशाना साधा था। वित्त मंत्री ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में बताया था कि किस प्रकार प्याज की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए सरकार विभिन्न कदम उठा रही है।
राजस्थान से खरीदकर ट्रकों के जरिये झारखंड और बिहार में प्याज भेजा जा रहा है। किंतु सरकार के इन कदमों को सुर्खियों में जगह नहीं दी गयी है, बस उनके एक वाक्य को लेकर सुर्खियां बना दिया गया। निर्मला ने कहा कि यह आलोचना उनकी नहीं बल्कि सरकार और पूरी अर्थव्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि यदि मोदी सरकार संभ्रातवादी होती तो सरकार उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना जैसी आम लोगों से जुड़ी योजनाएं कभी नहीं लाती। उन्होंने सवाल किया कि क्या ये योजनाएं ‘‘संभ्रातवादी’’ हैं। उन्होंने 2012 में मुद्रास्फीति और खाद्य वस्तुओं के मूल्य बढ़ने की चर्चा करते हुए कहा कि तत्कालीन वित्त मंत्री ने कहा था कि जब लोग 15 रुपये की मिनरल वाटर की बोतल और 20 रुपये की आइसक्रीम खरीद सकते हैं तो वे मूल्यवृद्धि को लेकर हायतौबा क्यों मचा रहे हैं?
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने प्याज पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए बृहस्पतिवार को पूछा कि ‘क्या वह ‘एवोकैडो’ खाती हैं ?’ ‘एवोकैडो’ हरे रंग का फल है।
इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है। सीतारमण ने बिना नाम लिए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर हमला किया है। उन्होंने कहा था, ‘‘मेरे परिवार में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं होता।’’ इस पर उनकी अलोचना हो रही है।
राज्यसभा में वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने 2012 में कहा था कि जब शहरी मध्य वर्ग 15 रुपये में पानी की बोतल खरीद सकता है और 20 रुपये देकर आइसक्रीम ले सकता है तो वे मूल्य वृद्धि के बारे में इतना शोर क्यों करते हैं "। सीतारमण ने कहा कि ये लोग मुझ पर अभिजात्य होने का आरोप लगा रहे हैं, यह सरकार अभिजात्य है। मैं इस दृष्टिकोण की निंदा करता हूं। निर्मला सीतारमण ने पी चिदंबरम का 7 साल पुराना बयान याद दिलाया।
FM Nirmala Sitharaman in Rajya Sabha: These are the people accusing me of being elitist, this Government of being elitist. I condemn this approach. https://t.co/ZfYOllKpKt
— ANI (@ANI) December 5, 2019
दरअसल, सीतारमण ने कहा था कि उनके परिवार को प्याज बहुत पसंद नहीं है। तिहाड़ जेल में 106 दिन गुजारने के बाद बृहस्पतिवार को संसद पहुंचे चिदंबरम ने सीतारमण की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर यह कहा। चिदंबरम ने बाद में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वित्त मंत्री पर उनका बयान ‘‘व्यंग्यपूर्ण’’ नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं व्यंग्य नहीं कर रहा था, मैं तो उनको उद्धृत कर रहा था। उन्हें पहले ही फैसला कर लेना चाहिए था, अब आयात (प्याज का) करने का क्या मतलब है, यह कब आएगा। लेकिन, अगर वित्त मंत्री कहती हैं कि वह प्याज नहीं खाती हैं तो यह इस सरकार की मानसिकता को दिखाता है।’’ उल्लेखनीय है कि बुधवार को एक सांसद ने सीतारमण से पूछा कि ‘क्या वह प्याज खाती हैं’, इस पर सरकार ने बुधवार को कहा था कि सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने तुर्की से 4000 टन प्याज मंगाने का ऑर्डर दिया है और इसके मध्य जनवरी तक पहुंचने की संभावना है।
बयान में कहा गया था कि इसके अलावा, प्याज के लिए 17,090 टन आयात का आर्डर पहले ही दिया जा चुका है। इसके तहत 6090 टन प्याज मिस्र से और तुर्की से 11,000 टन मंगाये जाने हैं। प्याज की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ संसद परिसर में कांग्रेस के अन्य सांसदों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए चिदंबरम ने कहा कि वह अपने अदालती मामलों पर नहीं बोलेंगे, लेकिन संसद में बोलेंगे और ‘सरकार उनकी आवाज दबा नहीं पाएगी।’
चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैंने सोचा कि वित्त मंत्री ने कल संसद में कहा कि वह प्याज नहीं खाती और उन्हें फर्क नहीं पड़ता। तो वह क्या खाती हैं ? एवोकैडो? वह प्याज नहीं खाती ?’’ उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को आईएनएक्स मीडिया धन शोधन (ईडी के) मामले में पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम को जमानत दे दी। उन्होंने कहा, ‘‘वापसी पर मैं खुश हूं। सरकार संसद में मेरी आवाज नहीं दबा सकती। ’