यूपी विधानसभा में फतेहपुर मकबरा-मंदिर बवाल पर जमकर हंगामा, साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का आरोप
By राजेंद्र कुमार | Updated: August 12, 2025 17:25 IST2025-08-12T17:23:37+5:302025-08-12T17:25:25+5:30
सरकार चाहती है कि उत्तर प्रदेश का सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने और सूबे में इनकी एक पक्षीय राजनीति चलती रहे.

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लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन फतेहपुर में मकबरे-मंदिर विवाद की घटना को लेकर जमकर हंगामा हुआ है. नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने इस मुद्दे को उठाकर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने योगी सरकार पर जानबूझ कर फतेहपुर में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का आरोप लगाया. यह कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि यूपी में शांति व्यवस्था बनी रहे. सरकार चाहती है कि उत्तर प्रदेश का सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने और सूबे में इनकी एक पक्षीय राजनीति चलती रहे.
इसीलिए गत सोमवार को फतेहपुर में स्थिति मकबरा को मंदिर बताकर विवाद खड़ा किया गया और जिले के पुलिस अधिकारी मूक दर्शक बने रहे. यह दावा करते हुए उन्होने कहा कि हम चाहते हैं कि कार्यस्थगन प्रस्ताव के तहत इस मामले पर चर्चा हो और सरकार इस मामले में दोषी लोगों तथा लापरवाही बरतने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करे. नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के इस आग्रह को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सिरे से खारिज कर दिया. जिसके खफा होकर विपक्षी सदस्य विरोध करते हुए वेल में धरने पर बैठ गए.
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने वेल में धरना देने वाले विधायकों से अपनी कुर्सियों में बैठने की अपील की, लेकिन विपक्षी सदस्य फतेहपुर के एसपी और डीएम को हटाने की मांग करते हुए वेल में डटे रहे तब विधान अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी.
फतेहपुर घटना में सरकार का कोई इंवॉलमेंट नहीं : सुरेश खन्ना
चार दिन के विधानसभा सत्र में लगातार दूसरे दिन विधानसभा की कार्यवाही पूरे दिन ना चलने को लेकर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे योगी सरकार को ही जिम्मेदार बता रहे हैं. उनका कहना है कि एक तानाशाह के तरीके से योगी सरकार सदन को चलाना चाह रही है. मंगलवार को विपक्ष फतेहपुर में हुए मकबरे-मंदिर विवाद को चर्चा कराने की मांग कर रहा था, लेकिन विपक्ष की मांग को ठुकरा दिया गया. जबकि सभी को पता है, सोमवार को एक पार्टी के कुछ नेताओं ने फ़तेहपुर में यह ऐलान किया कि ये मकबरा हिंदुओ का है, हम इस पर कब्जा करेंगे.
फिर बड़ी संख्या में लोगों को लेकर वहां पहुंच गए. पुलिस ने मकबरे के पास बैरिकेडिंग कर लोगों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं रुके और फिर पुलिसकर्मी भी किनारे हो गए. इसके बाद लोग मकबरे के ऊपर चढ़ गए और वहां तोड़फोड़ की गई. इस मामले में सरकार को सदन में चर्चा कराने के क्यों गुरेज है.
राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था का दावा करने वाली योगी सरकार इस मामले में चर्चा कराने के क्यों बच रही है. यह सवाल उठाते हुए माता प्रसाद ने आरोप लगाया कि योगी सरकार और भाजपा प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही है.
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद के इस आरोप का जवाब देते हुए वित्त मंत्री मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इस मामले में सरकार का कोई इंवॉलमेंट नहीं है, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद के आरोप का हम पूरी तरह से खंडन करते हैं और उन्हे यह आश्वस्त भी करते हैं कि फ़तेहपुर में हुए विवाद को लेकर दोषी लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी.
सुरेश खन्ना ने बताया कि फ़तेहपुर में हुए विवाद को लेकर 150 से अधिक लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज ही गई है. जल्दी सभी दोषियों को पकड़ लिया जाएगा. सुरेश खन्ना के इस जवाब के बाद भी सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा और जब विपक्षी सदस्य वेल से हटाने को तैयार नहीं हुए तो सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.