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धरना वापस लेने के बाद अगर सरकार ने केस वापस नहीं लिए तो... केंद्र के प्रस्ताव पर बोले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी

By अनिल शर्मा | Updated: December 8, 2021 15:46 IST

उधर, प्रदर्शनरत किसानों की शेष मांगों पर सरकार के साथ संवाद के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति ने बुधवार को कहा कि किसान संघ एक प्रस्ताव को लेकर आशावान है और उस पर आगे बढ़ रहा है।

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ठळक मुद्देनेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि सरकार जब तक किसानों की सभी मांगें नहीं मान लेती तब तक धरना खत्म नहीं किया जाएगागुरनाम सिंह ने कहा, अगर हम धरना वापस ले लेते हैं और सरकार किसानों के खिलाफ दर्ज केस लेने से मना कर देती है तो हम फंस जाएंगे

नयी दिल्लीः केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्वात पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि सरकार जब तक किसानों की सभी मांगें नहीं मान लेती तब तक धरना खत्म नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि बुधवार को सरकार ने नया मसौदा भेजा था जिसमें किसानों पर से केस वापसी को लेकर नरम रुख अपनाया है। हालांकि किसानों को इसपर भी संदेह है। गुरनाम सिंह ने कहा, अगर हम धरना वापस ले लेते हैं और सरकार किसानों के खिलाफ दर्ज केस लेने से मना कर देती है तो हम फंस जाएंगे।" चढूनी ने साफ साफ कहा कि सरकार को केस वापसी की टाइमलाइन का ऐलान करना चाहिए।

उधर, प्रदर्शनरत किसानों की शेष मांगों पर सरकार के साथ संवाद के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति ने बुधवार को कहा कि किसान संघ एक प्रस्ताव को लेकर आशावान है और उस पर आगे बढ़ रहा है। यहां समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने केंद्र से मिले एक नए प्रस्ताव पर चर्चा की है।

 गौरतलब है कि एसकेएम ने मंगलवार को कहा था कि उसने आंदोलन को समाप्त करने का अनुरोध करने वाले सरकार के प्रस्ताव का जवाब दिया है, जिसमें कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसमें किसानों पर दर्ज ‘‘फर्जी’’ मामले वापस लेने के लिए पूर्व शर्त पर भी स्पष्टीकरण मांगा है। 

टॅग्स :Kisan Morchafarmers protestFarmer Agitation
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