Faizabad Election Result 2024: देश में आज सुबह 8 बजे से ही वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना कर रही है। 543 लोकसभा सीटों में 80 सीटों वाला राज्य उत्तर प्रदेश चुनावी नतीजों में अहम भूमिका निभाता रहा है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में से इस बार सबसे बड़ी सीट के रूप में देखी जा रही फैजाबाद सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प है। फैजाबाद जिसके तहत अयोध्या शहर आता है इस बार यहां राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी के पाले में गिरता नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर का इसी साल उद्घाटन करने के बाद से बीजेपी के प्रति हिंदू वोट बैंकों का रुख सकारात्मक हुआ है। फैजाबाद सीट जहां, राम मंदिर, विकास जैसे मुद्दे अहम है वहां कई सालों से बीजेपी का कब्जा रहा है। ऐसे में अन्य पार्टियों के लिए यह बड़ी चुनौती रहती है कि वह कैसे बीजेपी उम्मीदवार लल्लू सिंह को हराए।
फैजाबाद लोकसभा चुनाव
फैजाबाद में मतदान 20 मई को चरण 5 में हुआ था। इस क्षेत्र में आम चुनावों के लिए प्रमुख उम्मीदवार लल्लू सिंह (भाजपा) और अवधेश प्रसाद (सपा) हैं। जिनके बीच कांटे की टक्कर है। हालांकि, 2024 चुनाव में फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र से 13 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। फैजाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों में दरियाबाद, रुदौली, बीकापुर, अयोध्या, मिल्कीपुर शामिल हैं।
साल 2019 के नतीजों की बात करें तो लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट पर भाजपा उम्मीदवार लल्लू सिंह ने जीत दर्ज की थी, जबकि सपा उम्मीदवार आनंद सेन दूसरे स्थान पर रहे थे।
2014 के आम चुनाव में फैजाबाद सीट पर भाजपा उम्मीदवार लल्लू सिंह ने जीत दर्ज की थी और सपा उम्मीदवार मित्रसेन यादव दूसरे स्थान पर रहे थे।
फैजाबाद क्षेत्र की बात करें तो मिल्कीपुर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद के कारण यह निर्वाचन क्षेत्र काफी राजनीतिक महत्व रखता है। इस निर्वाचन क्षेत्र की आबादी 76% हिंदू और 22% मुस्लिम है।
उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से राज्य की सत्ताधारी पार्टी भाजपा 75 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि एनडीए के उसके सहयोगी अपना दल (सोनीलाल), राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) को दो-दो सीटें और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) को एक सीट मिली है। राज्य में भारतीय गठबंधन दलों के अनुसार, समाजवादी पार्टी (सपा) ने 62 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस के लिए 17 सीटें और तृणमूल कांग्रेस के लिए एक सीट छोड़ी है। उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की दो प्रमुख ताकतों- सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भाजपा के खिलाफ हाथ मिलाया था।
लेकिन वे केवल 15 सीटें (10 बसपा और 5 सपा) ही जीत सकीं। भाजपा ने 62 सीटें जीतकर अपनी बढ़त बनाए रखी और उसके सहयोगी आदल ने दो सीटें हासिल कीं। कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीत सकी। 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में 'मोदी लहर' ने भाजपा को 71 सीटें जीतने में मदद की थी और उसके सहयोगी अपना दल ने भी दो सीटें जीती थीं। सपा के पास सिर्फ पांच और कांग्रेस के पास दो सीटें बची थीं। बसपा को बड़ा झटका लगा और वह एक भी सीट नहीं जीत सकी।