Minister S Jaishankar: ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा में रहेंगे विदेश मंत्री जयशंकर, आईबी रिपोर्ट के बाद फैसला, जानें
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 12, 2023 06:31 PM2023-10-12T18:31:29+5:302023-10-12T18:32:49+5:30
Minister S Jaishankar: केंद्र सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में इज़ाफा किया है। उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की जगह अब ‘ज़ेड’ श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी।
Minister S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा को बढ़ाकर जेड श्रेणी कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की धमकी रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा बढ़ा दी है। इससे पहले जयशंकर को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। इस बीच, सरकार ने पूर्व विधायक और छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी की सुरक्षा भी बढ़ा दी है।
अमित जोगी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जोगी (जेसीसी-जे) पार्टी के अध्यक्ष भी हैं। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को जयशंकर (68) की सुरक्षा का जिम्मा संभालने का निर्देश दिया है। इससे पहले उन्हें दिल्ली पुलिस ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध करा रही थी। इसके तहत हथियारबंद सुरक्षा कर्मियों की टीम उनकी सुरक्षा में तैनात रहती थी।
सूत्रों ने बताया कि उन्हें अब सीआरपीएफ ‘ज़ेड’ श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराएगी और इसके तहत करीब 14-15 सशस्त्र कमांडो 24 घंटे पालियों में उनके साथ रहेंगे। सीआरपीएफ की वाईआईपी सुरक्षा फिलहाल 176 लोगों को प्राप्त है जिनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी शामिल हैं।
भारत में सुरक्षा श्रेणियाँ: (Security categories in India)-
विशेष सुरक्षा समूह एक विशिष्ट बल है, जिसका विवरण वर्गीकृत किया जाता है और केवल भारत के प्रधान मंत्री को प्रदान किया जाता है।
Z+ श्रेणी में 55 कर्मियों की सुरक्षा होती है, जिसमें 10+ NSG कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं।
Z श्रेणी में 22 कर्मियों की सुरक्षा होती है, जिसमें 4-6 एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं।
Y+ श्रेणी में 11 कर्मियों की सुरक्षा होती है, जिसमें 2-4 कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं।
Y श्रेणी में 8 कर्मियों का सुरक्षा विवरण होता है, जिसमें 1 या 2 कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं।
एक्स श्रेणी 2 कर्मियों का एक सुरक्षा विवरण है, जिसमें कोई कमांडो नहीं बल्कि केवल सशस्त्र पुलिस कर्मी होते हैं।