कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पूछे गए सवालों के मुख्यमंत्री व डीजीपी भी नहीं दे सकते जवाब : सुरजेवाला

By भाषा | Updated: November 1, 2021 18:03 IST2021-11-01T18:03:21+5:302021-11-01T18:03:21+5:30

Even the Chief Minister and DGP cannot answer the questions asked in the constable recruitment examination: Surjewala | कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पूछे गए सवालों के मुख्यमंत्री व डीजीपी भी नहीं दे सकते जवाब : सुरजेवाला

कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पूछे गए सवालों के मुख्यमंत्री व डीजीपी भी नहीं दे सकते जवाब : सुरजेवाला

चंडीगढ़, एक नवंबर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोमवार को आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस पुरुष कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में "अप्रासंगिक" सवाल पूछे गए। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि उन सवालों के जवाब मुख्यमंत्री और पुलिस प्रमुख भी नहीं दे सकते।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर या उनके कोई भी मंत्री 30 प्रतिशत सवालों के भी जवाब दे देते हैं तो वह उन्हें सम्मानित करेंगे।

खट्टर ने सुरजेवाला की चुनौती पर मजाकिया लहजे में कहा, ‘‘जिस दिन मुझे पुलिस सब-इंस्पेक्टर बनना होगा, उस दिन मैं इसके बारे में सोचूंगा।’’

सुरजेवाला ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उम्मीदवारों से अमेरिका, रूस, ‘एफबीआई’ और ‘इंटरपोल’ से जुड़े प्रश्न पूछे गए और मुश्किल से एक या दो प्रश्न हरियाणा से संबंधित थे, जहां कांस्टेबलों को काम करना है। उन्होंने कहा, "वनस्पति शास्त्र, प्राणि शास्त्र, समाजशास्त्र, गणित और अंतरराष्ट्रीय सामान्य ज्ञान जैसे विषयों पर पीएचडी स्तर के प्रश्न, आयोजित परीक्षा या उम्मीदवारों की क्षमता के लिहाज से पूरी तरह अप्रासंगिक थे।"

उन्होंने कहा कि सवाल भारतीय दंड संहिता और मानवाधिकारों से संबंधित विषयों के साथ ही हरियाणा से जुड़े होने चाहिए। उन्होंने कहा, "एचएसएससी ने अपने विज्ञापन में जिक्र किया था कि पूछे जाने वाले प्रश्न 12वीं कक्षा के स्तर के होंगे। लेकिन पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में पूछे गए प्रश्न ऐसे हैं, जिनका जवाब न तो मुख्यमंत्री और न ही पुलिस प्रमुख या अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ही दे सकते हैं।"

कांग्रेस नेता ने साजिश होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि ऐसे प्रश्न इसलिए पूछे गए ताकि कुछ चुने हुए उम्मीदवारों को पिछले दरवाजे से प्रवेश मिल सके। उन्होंने कहा, "हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (परीक्षा आयोजित करने वाला निकाय) ने एक बार फिर राज्य के युवाओं की प्रतिभा और उनकी क्षमता के साथ क्रूर मजाक किया है।"

उन्होंने मांग की कि सरकार को चयन पैनल को खत्म कर फिर से परीक्षा आयोजित करनी चाहिए। पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तीन तारीखों--31 अक्टूबर, एक नवंबर और दो नवंबर-- पर आयोजित हो रही परीक्षा में 8.39 लाख युवा शामिल हो रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘कल, सुबह और शाम की पाली में परीक्षा आयोजित की गई थी तथा उम्मीदवारों को प्रश्न पत्रों के आठ सेट दिए गए थे। किसी उम्मीदवार की क्षमता का निष्पक्ष मूल्यांकन कैसे किया जाएगा? यहां तक ​​​​कि यूपीएससी परीक्षाओं में भी, प्रश्न पत्रों के दो सेट से अधिक नहीं दिए जाते हैं...।’’

उन्होंने हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार को "युवा विरोधी" करार देते हुए दावा किया कि सात वर्षों में, विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के 30 से अधिक प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, "लेकिन एक भी व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया गया है। पेपर लीक से जुड़े माफियाओं का सत्ता में बैठे लोगों से एक भी संबंध उजागर नहीं हुआ है।"

मुख्यमंत्री खट्टर ने हालांकि कहा कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए प्रश्नों के कई सेट कदाचार रोकने के लिए एचएसएससी का तरीका था और उसकी सराहना की जानी चाहिए।

उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में प्रश्नों के स्तर के बारे में कहा, "प्रश्न चाहे आसान हों या कठिन, सभी के लिए एक हैं और उसी के अनुसार योग्यता तय की जाएगी।" उन्होंने जोर दिया कि एचएसएससी एक स्वतंत्र निकाय है और सरकार "इसके काम में हस्तक्षेप नहीं करती है।

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