मुंबई: इंडिया बुल्स फाइनेंस सेंटर में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, ईडी दिल्ली और ईडी मुंबई की संयुक्त टीम ने छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है। सूत्रों के हवाले से एएनआई ने बताया कि छापेमारी एन्फोर्समेंट केस इनफार्मेशन रिपोर्ट (ECIR) के तहत की गई। इंडियाबुल्स हाउसिंग, प्रमोटर समीर गहलोत व कुछ अन्य संबंधित कंपनियों और व्यक्तियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने इस रिपोर्ट को तैयार किया है।
बता दें कि इस रिपोर्ट में ये बताया गया है कि पालघर में दर्ज की गई एक प्राथमिकी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने मामला दर्ज किया था। इसमें यह कहा गया कि पैसे की हेरा-फेरी कंपनी द्वारा की गई और अपने शेयरों में बढ़ती कीमत के लिए निवेश किया। रियल एस्टेट कंपनियों का उल्लेख प्राथमिकी में शिकायतकर्ता ने किया था। इन्होंने इंडियाबुल्स से लोन लिया था और इंडियाबुल्स हाउसिंग शेयरों में पैसा वापस भेज दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2014 और 2020 के बीच मुंबई पुलिस ने कंपनी के प्रमोटरों और निदेशकों द्वारा पैसों की हेरा-फेरी व लेखांकन अनियमितताओं के लिए इंडियाबुल्स समूह की कंपनियों के खिलाफ अप्रैल 2021 में मामला दर्ज किया था। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस भी इस मामले में शामिल है।