रांची: झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल को मनरेगा फंड के कथित गबन और अन्य आरोपों से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने इससे पहले आईएएस पूजा सिंघल से इस मामले में पूछताछ की थी और लंबी पूछताछ के बाद उन्हें बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूत्रों ने दावा किया कि सिंघल जवाब देने में “टालमटोल” कर रही थीं जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया। निदेशालय उनकी हिरासत के लिये उन्हें यहां एक स्थानीय अदालत के समक्ष पेश करेगा। अधिकारी पूर्वाह्न करीब 10 बजकर 40 मिनट पर रांची के हिनू इलाके में एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचीं।
बीते दिनों मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की टीम ने पूजा सिंघल के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और इस दौरान जांच अधिकारियों के हाथ कई अहम सुराग हाथ लगे थे। इस दौरान सीए सुमन कुमार के घर से करीब साढ़े 17 करोड़ रुपये नकद बरामद किये गये।
इसके अलावा उसके दफ्तर से भी लगभग 30 लाख रुपये मिले थे। जबकि लगभग सवा करोड़ की राशि अन्य ठिकानों से बरामद की गयी थी। इस तरह से ईडी ने अब तक इस मामल में 19.31 करोड़ रुपये की बरामदगी की थी।
झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा फंड के कथित गबन और अन्य आरोपों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा पूछताछ के बाद सिंघल को गिरफ्तार किया गया था।
विशेष रूप से, सिंघल के पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार को ईडी ने 7 मई को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने कुमार के परिसर से 19.31 करोड़ रुपये नकद और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।
ईडी ने अभिषेक झा और अन्य के खिलाफ 6 मई को झारखंड और कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी के बाद गिरफ्तारी की थी। पूजा सिंघल, झा और कुमार मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच के दौरान ईडी के रडार पर आए थे, जिसमें झारखंड सरकार में पूर्व कनिष्ठ अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा को जांच एजेंसी ने 17 जून, 2020 को पश्चिम से गिरफ्तार किया था।