कश्मीर में मुठभेड़, जिंदा पकड़े गए हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी, एक जख्मी
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: January 30, 2021 16:13 IST2021-01-30T16:07:25+5:302021-01-30T16:13:05+5:30

कश्मीर में मुठभेड़, जिंदा पकड़े गए हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी, एक जख्मी
कश्मीर में साल की दूसरी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को दो आतंकियों को हथियार डलवाने में कामयाबी मिली है। दोनों को जिन्दा पकड़ लिया गया है। हालांकि उनमें से एक आतंकी जख्मी है जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कल साल की पहली मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकी मारे भी गए थे।
पुलवामा में 2 आतंकियों ने किया आत्मसमर्पण
पुलवामा जिले के लेलहर इलाके में छिपे दो आतंकवादियों ने चलती मुठभेड़ के दौरान आज तड़के आत्मसमर्पण कर दिया। इन आतंकवादियों में एक घायल अवस्था में था। हथियार डालते ही सुरक्षाबलों ने घायल आतंकी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया है।
हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हैं आतंकी
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने आतंकियों के आत्मसमर्पण करने की पुष्टि करते हुए बताया कि ये दोनों हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए थे। इन आतंकवादियों से दो एके-47 राइफल व अन्य गोलाबारूद भी बरामद हुआ है। शुक्रवार शाम को पुलिस को यह सूचना मिली कि दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा के लेलहर इलाके में कुछ आतंकवादी छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचे सेना, एसओजी और सीआरपीएफ जवानों के संयुक्त दल ने इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान शुरू कर दिया।
आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर की फायरिंग
सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। अंधेरा होता देख सुरक्षाबलों ने उस मकान को पूरी तरह घेर लिया जहां आतंकी छिपे हुए थे। इस दौरान रोशनी की विशेष व्यवस्था भी कर दी गई ताकि आतंकी अंधेरे का लाभ उठाकर भाग न निकलें। बताया जा रहा है कि पूरी रात दोनों ओर से रूक-रूककर गोलीबारी होती रही। इसी दौरान एक आतंकी सुरक्षाबलों की गोली से जख्मी हो गया।
इस बीच आईजीपी ने लोगों से अपील की है कि वह अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। यदि कुछ बच्चे भटक गए हैं तो उनके परिजन आगे आएं, पुलिस उनकी मदद के लिए तैयार है। पुलिस हर उस युवा की मदद करेगी जो मुख्य धारा में लौटना चाहता है।
उन्होंने बताया कि पिछले साल की तुलना में अभी तक इस वर्ष जनवरी का महीना शांतिपूर्वक रहा। पिछले साल जनवरी के महीने में जम्मू - कश्मीर में 17 आतंकी, 3 सैनिक, 1 पुलिस कर्मी और 2 सेना के पोर्टर मारे गए थे। जबकि इस वर्ष जनवरी में अभी तक 4 सैनिक शहीद हुएऔर 3 आतंकी मारे गए हैं, जिसमें से केवल एक ही सैनिक आतंकी हमले में शहीद हुआ जबकि बाकी के 3 पाकिस्तान के संघर्ष विराम उलंघन के दौरान गोलाबारी में शहीद हुए।