नई दिल्ली: भारत के चुनाव आयोग ने नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में वोटर रोल के चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की डेडलाइन एक हफ़्ते के लिए बढ़ा दी है। पोल बॉडी ने रविवार को घोषणा की कि गिनती के फॉर्म बांटने का काम अब 4 दिसंबर के बजाय 11 दिसंबर तक जारी रहेगा। आयोग के अनुसार, ड्राफ्ट वोटर रोल अब 16 दिसंबर को पब्लिश किए जाएंगे, जबकि फाइनल वोटर लिस्ट अगले साल 14 फरवरी को जारी की जाएगी। पोल बॉडी ने 27 अक्टूबर को 12 राज्यों में SIR की घोषणा की थी।
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग के टाइमलाइन एक हफ़्ते बढ़ाने के फ़ैसले पर जवाब देते हुए कहा है कि इतने कम समय में इलेक्टोरल रोल का SIR पूरा नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने मीडिया से कहा कि चुनाव आयोग को अपना ईगो छोड़कर 2003 के शेड्यूल के हिसाब से यह काम करना चाहिए, जब पिछली बार ऐसा रिवीजन हुआ था।
तिवारी ने रिपोर्टर्स से कहा, "विपक्षी पार्टियों को लगता है कि अगर SIR पर कोई चर्चा नहीं होती है, तो इसका मतलब है कि सरकार नहीं चाहती कि पार्लियामेंट चले।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि पार्लियामेंट्री चर्चाओं में हिस्सा न लेकर वे अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करने में नाकाम रहे।