प्रफुल्ल पटेल और दाऊद इब्राहिम के करीबी के बीच हुई कथित 'करोड़ों रुपये की डील की जांच में जुटा प्रवर्तन निदेशालय
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 13, 2019 08:41 AM2019-10-13T08:41:35+5:302019-10-13T08:41:35+5:30
Praful Patel: एनसीपी नेता और पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल और दाऊद इब्राहिम के करीबी के बीच हुई कथित करोड़ों रुपये की जांच में जुटी ईडी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल द्वारा प्रमोटेड कंपनी की दाऊद इब्राबिम के करीबी गैंगस्टर दिवंगत इकबाल मेमन उर्फ 'मिर्ची' के बीच कथित वित्तीय साझेदारी की जांच कर रही है और इस मामले में पटेल को सुनवाई के लिए भी बुलाया जा सकता है।
ये जांच पटेल परिवार द्वारा प्रमोटेड कंपनी मिलनेनियम डेवलेपर्स प्राइवेट लिमिटेड और मिर्ची परिवार के बीच हुए कानूनी समझौते के मामले में की जा रही है।
प्रफुल्ल पटेल और इकबाल मिर्ची के बीच हुई थी वित्तीय डील!
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस डील के तहत मिर्ची परिवार द्वारा मिलेनियम डेवलेपर्स को वर्ली में नेहरू प्लेनेटोरियम के सामने प्राइम लोकेशन पर एक प्लॉट दिया गया था। इस प्लॉट पर मिलेनियम डेवलेपर्स ने एक 15 मंजिला व्यावसायिक और आवासीय इमारत सीजे हाउस का निर्माण किया।
ईडी के ये दावे पिछले दो हफ्ते के दौरान मुंबई और बेंगलुरु की 11 जगहों पर मारे गए छापे के दौरान बरामद दस्तावेजों पर आधारित हैं, इसके आधार पर एजेंसी ने डिजिटल साक्ष्य, ईमेल और दस्तावेज बरामद करने के बाद 18 लोगों के बयान दर्ज किए थे।
एजेंसी द्वारा बरामद एक दस्तावेज के मुताबिक, इकबाल मेमन की पत्नी हजरा मेमन को वर्ली में प्लॉट का मालिक बताया गया है। दस्तावेजों में वह कथित समझौता पत्र भी बरामद हुआ है, जिसमें इस प्लॉट को रिडेवलेप करने के लिए हजरा और मिलेनियम डेवलेपर्स के बीच करार हुआ था।
2006-07 में हुई इस डील के तहत सीजे हाउस के दो फ्लोर मेमन परिवार को ट्रांसफर किए गए थे। ईडी के मुताबिक, 14 हजार स्क्वैयर फीट के इन दो फ्लोर्स की कीमत करीब 200 करोड़ रुपये है।
प्रफुल्ल पटेल और उनकी पत्नी दोनों ही मिलेनियम डेवलेपर्स प्राइवेट लिमिटेड में शेयरहोल्डर्स हैं। ईडी के एक सूत्र के मुताबिक, पटेल परिवार को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा और उनसे इस प्लॉट के दो फ्लोर हजरा मेमन को देने और इस डील से हुई वित्तीय लेनदेन के बारे में पूछा जाएगा।
दाऊद इब्राहिम के करीबी इकबाल मिर्ची के कारोबारी साम्राज्य की जांच
ईडी द्वारा मिर्ची और पटेल परिवार के बीच कथित वित्तीय डील की जांच उस बड़ी जांच का हिस्सा है, जिसके तहत डी कंपनी के प्रमुख सदस्य के तौर पर मिर्ची द्वारा हासिल कई गई संपत्तियों की जानकारी हासिल की जा रही है। मिर्ची 80 के दशक में मुंबई में फलने-फूलने वाले ड्रग कारोबार का एक बड़ा हिस्सा संभालता था।
ईडी 80 और 90 के दशक में डी कंपनी के लिए काम करते हुए मिर्ची द्वारा मुंबई में कब्जाई गई कई कीमती संपत्तियों के मामलों की जांच कर रही है।
ईडी ने 11 अक्टूबर को कथित रूप से गैंगस्टर इकबाल मिर्ची से संबंधित तीन वर्ली स्थित आवासीय संपत्तियों की बिक्री में कथित सहायता के लिए, दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें एक ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन और एक रियल एस्टेट ब्रोकर शामिल हैं।
ईडी के अनुसार, दिवंगत मिर्ची द्वारा इन तीन परिसंपत्तियों की खरीद, कथित तौर पर "अपराध की आय" से की गई थी। इन तीन इमारतों में सी व्यू, मैरियम लॉज और राबिया मैंशन शामिल हैं, जिन्हें 2010 में 225 करोड़ रुपये में एक फर्म को बेच दिया गया था, जिसमें से मिर्ची को कथित तौर पर बड़ा हिस्सा प्राप्त हुआ था। 2013 में मिर्ची की लंदन में मौत हो गई थी। ईडी का मानना है कि इस डील से मिले पैसे से मिर्ची ने 2010 में यूएई में एक फाइव स्टाल होटल खरीदा था।
ईडी को संदेह है कि मिर्ची ने कथित तौर पर तीन वर्ली संपत्ति की बिक्री की आय से दुबई में एक पांच सितारा होटल खरीदा था, हाल में की गई गिऱफ्तारियां एजेंसी की हाल ही में शुरू की गई मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के तहत की गई थी, जो 1984 से 1999 के बीच मिर्ची के खिलाफ मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज आठ मामलों पर आधारित है।